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जिले में एनपीसीआईएल द्वारा 90 लाख से लगाए जाएंगे दो ऑक्सीजन प्लांट

locationकरौलीPublished: Jun 11, 2021 10:14:45 pm

चिकित्सकीय व्यवस्था सुदृढ़ करने जतन
जिले में एनपीसीआईएल द्वारा 90 लाख से लगाए जाएंगे दो ऑक्सीजन प्लांट
25 लाख की एम्बुलेंस भी होगी उपलब्ध
करौली जिले में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया (एनपीसीआईएल) द्वारा 1. 15 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस राशि से टोडाभीम तथा हिण्डौन इलाके में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के साथ करौली के लिए एम्बुलैंस उपलब्ध कराना शामिल है। एनपीसीआईएल ने पहले भी करौली के लिए 40 लाख रुपए के चिकित्सकीय संसाधन उपलब्ध कराए थे।

चिकित्सकीय व्यवस्था सुदृढ़ करने के किए जा रहें हैं जतन

जिले में एनपीसीआईएल द्वारा 90 लाख रुपए से लगाए जाएंगे दो ऑक्सीजन प्लांट

25 लाख की एक एम्बुलेंस भी होगी उपलब्ध

तीन कार्यो पर 1.15 करोड़ रुपए की मिली है सहमति
करौली। जिले में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) द्वारा एक करोड़ 15 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस राशि से टोडाभीम तथा हिण्डौन इलाके में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के साथ करौली के लिए नई एम्बुलैंस उपलब्ध कराना भी शामिल है। खास बात यह है कि एनपीसीआईएल ने पांच पहले भी करौली जिले के लिए 40 लाख रुपए के चिकित्सकीय संसाधन उपलब्ध कराए थे।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा जिले में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए संसाधनों, उपकरणों के प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके लिए जनसहयोग के अलावा, निजी संस्थाओं, व्यावसायिक-सामाजिक संगठनों, सरकारी-अद्र्ध सरकारी उपक्रमों व कम्पनियों से मदद लेने को सम्र्पक किया जा रहा है। इन प्रयासों की बदौलत रावतभाटा में न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने जिला प्रशासन के लिए 90 लाख रुपए की लागत के ऑक्सीजन प्लांट को लगाने का एमओयू (लिखित सहमति) किया है।
सूत्रों ने बताया कि इस सहमति के अनुसार हिण्डौन में 55 लाख की लागत से 75 सिलेण्डर (400 लीटर प्रति मिनट) की क्षमता वाला तथा टोडाभीम में 35 लाख की लागत से 50 सिलेण्डर (250 लीटर प्रतिमिनट) की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा।
इन दो प्लांट के अलावा एनपीसीआईएल की ओर से करौली जिले के लिए जीवन रक्षक उपकरणों से युक्त 25 लाख रुपए की कीमत का रोगी वाहन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यादेश जारी

इस बारे में एनपीसीआईएल में चीफ इंजीनियर तथा सीएसआर सैल के अध्यक्ष एन प्रसाद ने जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के लिए एक सप्ताह पहले सहमति पत्र भेज दिया था। इसको लेकर जिला प्रशासन तथा एनपीसीआईएल के बीच लिखित सहमति (एमओयू) भी हो गई है।
कलक्टर सिहाग ने बताया कि हमने एनपीसीआईएल प्रबंधन से जिले में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं में सहयोग का आग्रह किया था जिस पर एमओयू हो चुका है। साथ ही दोनों ऑक्सीजन प्लांट लगाने के कार्यादेश भी दे दिए
गए हैं।
टाटा ट्रस्ट से आईसीयू बनाने के प्रयास

जिला प्रशासन द्वारा टाटा ट्रस्ट से भी चिकित्सकीय व्यवस्थाओं में सहयोग लेने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने ट्रस्ट को सभी उपकरणों-संसाधनों से युक्त 25 बैड का आईसीयू वार्ड नए चिकित्सालय में बनाने का प्रस्ताव भेजा है। प्रस्तावित आईसीयू में डस्टबिन, मास्क कुर्सी, पलंग सहित वैन्टीलेटर, मल्टी पैरा मॉनीटर आदि सभी संसाधान और उपकरणों को ट्रस्ट की ओर से उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। यानी एक तरह से पूरा वार्ड ही ट्रस्ट द्वारा तैयार किया जाएगा, जिसमें लगभग डेढ़ करोड की लागत आने का अनुमान है। जिला प्रशासन के इस प्रस्ताव को अगर स्वीकृति मिलती है तो जिले में यह पहली पहल होगी जब किसी संस्था द्वारा एक वार्ड तैयार करके आमजन को समर्पित किया जाएगा।
कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि हमने टाटा ट्रस्ट के पदाधिकारियों से आशान्वित जिलों में शामिल करौली जिले के मुख्यालय पर आईसीयू वार्ड बनाने का आग्रह किया किया है। इसी क्रम में विस्तृत प्रस्ताव भेज दिया गया है। इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। सफलता की उम्मीद भी कर सकते हैं।

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