सूत्रों के अनुसार चम्बल नदी के पानी और इलाके में हुई बारिश से बाजरा, तिल, ग्वार की फसलों में व्यापक नुकसान हुआ है। मण्डरायल इलाके के पांचौली, मल्हापुरा रहुघाट, रांचौली, धांस, मल्हापुरा, निहालपुर, तुरसमपुरा, बर्रेड गांवों की सैंकड़ों हैक्टेयर भूमि में बाजारा, तिल और ग्वार की फसल लहलहा रही थी, लेकिन फसलें पानी में डूब गईं और इन गांवों में इन तीनों ही कृषि जिंसों में 55 फीसदी से लेकर 80 फीसदी तक नुकसान हुआ।
चम्बल किनारे बसे कैमकच्छ, टोड़ी और बूडकापुरा गांवों में तो कृषि विभाग की टीम रास्ता अवरुद्ध होने से पहुंच ही नहीं पाई। ऐसे में विभागीय अधिकारियों का मानना है कि इन गांवों में तो लगभग शत-प्रतिशत ही फसल में नुकसान हुआ है।
टोड़ा, गोटा, मल्हापुरा रहुघाट, रांचौली, मल्हापुरा, निहालपुर आदि गांवों में 70 से लेकर 80 फीसदी तक फसलों में नुकसान हुआ है। नुकसान का किया है आकलन
चम्बल नदी में आए उफान और बारिश के कारण प्रभावित गांवों में फसलों में हुए नुकसान का आकलन किया गया है। कहीं-कहीं 70 से 80 फीसदी तक फसल खराब हुई है। रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे जिला कलक्टर और कृषि आयुक्तालय को भिजवाया जाएगा।
वीडी शर्मा, उपनिदेशक कृषि (विस्तार) करौली