गांव दानालपुर निवासी कृषक भगतराम मीना, नरसी मीना, कलुआ राम आदि ने बताया कि हजारों रूपए की लागत से करीब दो बीघा खेत में पपीता की पौध रोपण किया था। गत दिनों पड़े पाले एवं कड़ाके की सर्दी के दोर से पपीता के पौधे झुलस गए।
खेत में पपीता के पौधे में बर्फ गिरने से पत्ते गलकर नष्ट हो गए एवं डंठल ही डंठल दिखाई दे रहे हैं। इसी प्रकार खेत में खडी टमाटर एवं मिर्च के पौधे भी काले पड़ गए। किसानों ने बताया कि पपीता के पौधे को बचाने के काफी जतन किए लेकिन सर्दी के सितम एवं पाला पडऩे से सब पौधे नष्ट हो गए।
क्षेत्र के गांव पटोंदा, सनेट, दानालपुर, जहानाबाद आदि गांवों में बोई गई पपीता, टमाटर, मिर्च आदि झुलस कर पौधे से पत्ते झड़ गए एवं काले पड़ गए। किसान अपनी फसल को नष्ट होता देख चिंतित नजर आए।
पटोंदा.
इन दिनों पड़ रही कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर से लोग कम्पकपा गए हैं। वहीं से कस्बा सहित आस पास के गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
आसमान में बादल छाए रहने से दिन भर शीतलहर का जोर रहा। लोग जगह जगह अलाव तापते सर्दी से राहत पाते नजर आए। धूप नहीं निकलने से लोग सुबह से शाम तक घरों में अलाव के सहारे रहे।
इन दिनों पड़ रही कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर से लोग कम्पकपा गए हैं। वहीं से कस्बा सहित आस पास के गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
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