इसी तरह भोपुर गांव में तिखुटी के पास खेतों में तार नीचे झूल रहे हैं। निसूरा के किसानों ने बताया कि ज्वार की फसल बिजली के तारों से ऊपर निकल रही है ऐसे में हादसे का अंदेशा है वही तारों में चिंगारी उठने से फसल में आग लगने का आंदेशा बना है। किसान पककर तैयार खड़ी फसल को काटने में भी तार छूने का डर लग रहा है।
वहीं तेज हवाएं चलते ही स्पार्किंग से लाइन टूटकर गिर जाती हैं। ऐसे में कई घंटों तक बिजली बंद रहती है।
पेड़ों के बीच से गुजर रही लाइनें क्षेत्र के कई गांवों में पेड़ों के बीच से बिजली के तार निकल रहे हैं। तेज हवाएं चलने पर ये तार टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं व स्पार्किग होने से आग लगने का डर रहता है। जिससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है। किसानों ने बताया कि कईबार विद्युत निगम अभियंताओं को अवगत कराने के बाद भी ढीले तारों को ऊंचा नहीं किया गया है।
पेड़ों के बीच से गुजर रही लाइनें क्षेत्र के कई गांवों में पेड़ों के बीच से बिजली के तार निकल रहे हैं। तेज हवाएं चलने पर ये तार टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं व स्पार्किग होने से आग लगने का डर रहता है। जिससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है। किसानों ने बताया कि कईबार विद्युत निगम अभियंताओं को अवगत कराने के बाद भी ढीले तारों को ऊंचा नहीं किया गया है।
नहीं हुआ फीडर मेंटीनेंस
निगम द्वारा हर साल फीडर मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हंै, लेकिन ये सब कागजों में ही हो जाता है। फीडऱ सुधार कार्यक्रम के तहत ढीले तारों को ऊंचा करना, टेढ़े खम्भों को सीधा करना, खराब इंसुलेटरों को बदलना, सडक़ों के ऊपर होकर गुजर रही बिजली की लाइनों के खम्भों को ऊंचा करना व पेड़ों की टहनियां काटने का काम किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बिगड़े विद्युत तंत्र के बारे में विभाग के अभियंताओं से शिकायत करते हैं तो फीडर सुधार कार्य करवाने की कहकर टाल देते हंै।
निगम द्वारा हर साल फीडर मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हंै, लेकिन ये सब कागजों में ही हो जाता है। फीडऱ सुधार कार्यक्रम के तहत ढीले तारों को ऊंचा करना, टेढ़े खम्भों को सीधा करना, खराब इंसुलेटरों को बदलना, सडक़ों के ऊपर होकर गुजर रही बिजली की लाइनों के खम्भों को ऊंचा करना व पेड़ों की टहनियां काटने का काम किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बिगड़े विद्युत तंत्र के बारे में विभाग के अभियंताओं से शिकायत करते हैं तो फीडर सुधार कार्य करवाने की कहकर टाल देते हंै।
हो चुकी है घटनाएं
विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की सुरक्षा के प्रति ध्यान नहीं दिए जाने व लापरवाही के चलते आए दिन हादसे व आग लगने की घटनाएं हो रही है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं व किसानों को भुगतना पड़ रहा है। नीचे झूल रहे विद्युत तार एवं पेड़ों में होकर गुजर रही विद्युत लाइनों में स्पार्किग से पेड़ों में आग लगने, तार टूटनेे से कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हंै। पिछले दिनों टोडाभीम में कडबी से भरे जुगाड़ के विद्युत लाइन से छू जाने से कड़बी में आग लग गई थी।
विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की सुरक्षा के प्रति ध्यान नहीं दिए जाने व लापरवाही के चलते आए दिन हादसे व आग लगने की घटनाएं हो रही है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं व किसानों को भुगतना पड़ रहा है। नीचे झूल रहे विद्युत तार एवं पेड़ों में होकर गुजर रही विद्युत लाइनों में स्पार्किग से पेड़ों में आग लगने, तार टूटनेे से कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हंै। पिछले दिनों टोडाभीम में कडबी से भरे जुगाड़ के विद्युत लाइन से छू जाने से कड़बी में आग लग गई थी।