बोले लोग: कोरोना के लॉक डाउन में ऐसी होनी चाहिए व्यवस्था
करौलीPublished: Mar 28, 2020 10:21:29 am
बोले लोग: कोरोना के लॉक डाउन में ऐसी होनी चाहिए। व्यवस्थासामान और सब्जी के लिए होती है मारामारीकरौली. कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रबंधों को लेकर पत्रिका ने आमजन से राय जानी और व्यवस्थाओं में सुधार के सुझावों पर चर्चा की। लोगों के ये आए विचार।सब्जी मंडी को कुछ दिनों के लिए स्टेडियम के मैदान में संचालित किया जाना चाहिए।
बोले लोग: कोरोना के लॉक डाउन में ऐसी होनी चाहिए व्यवस्था
सामान और सब्जी के लिए होती है मारामारी
करौली. कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रबंधों को लेकर पत्रिका ने आमजन से राय जानी और व्यवस्थाओं में सुधार के सुझावों पर चर्चा की। इस दौरान लोगों के ये आए विचार।
करौली में हिण्डौन गेट बाहर डायनोसिस सेन्टर चला रहे राजेश गुप्ता का कहना है कि सुबह के समय अस्पताल के पास की सब्जी मंडी में खरीददारों की भीड़ लग जाती है। ऐसे में सब्जी मंडी को कुछ दिनों के लिए स्टेडियम के मैदान में संचालित किया जाना चाहिए। इस मैदान में सब्जी-फलों के ठेले दूर-दूर लग सकते हैं।
व्यवसायी रिद्धीचन्द बंसल प्रशासनिक व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहते हैं कि कमी लोगों की है। उनको जरूरी सामान लेने के लिए ज्यादा अफरा तफरी नहीं करनी चाहिए और अनावश्यक बाजार निकलना भी गलत है। उन्होंने बताया कि वजीरपुर गेट बाहर भोजनशाला से असहाय, नि:शक्त लोगों के लिए सुबह ९ बजे से ८ बजे तक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
एडवोकेट गजेन्द्र शर्मा का सुझाव है कि प्रत्येक एरिया (मोहल्ले-कॉलोनी) के लिए सब्जी के ठेलों को सब्जी बेचने की अनुमति प्रदान की जाए। केवल थोक सब्जी मंडी पुलिस की मौजूदगी में सुबह 6 से 8 बजे तक स्टेडियम के खुले मैदान में संचालित हो। किराने के सामान बेचने वालों के लिए भी एरिया निर्धारित कर दिए जाएं। उनके वाहन और डिलेवरी करने वाले बॉय को अनुमति पत्र जारी होने चाहिए। उन वाहनों पर रेट लिस्ट लगी होनी चाहिए। दुकान पर माल बेचने या खरीद करने की किसी को अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। ठेले वालों एवं डिलीवरी बॉय के लिए बार बार हाथ धुलाई के लिए पाबंद किया जाए। लोग भी इसके लिए उनको प्रेरित करें। शर्मा के अनुसार सीमित समय और सीमित स्थान के कारण सब्जी मंडी में सुबह भीड़ अनियंत्रित स्थिति में नजर आती है।
प्रजापति समाज के पदाधिकारी रामेश्वर ठेकेदार का कहना है कि प्रशासन ने जैसे शहर में आटे की बिक्री की सराहनीय व्यवस्था की है। शहर में हर क्षेत्र में आटा बेचने वाला वाहन जा रहा है। इसी प्रकार सब्जी और जरूरी सामान बेचने की व्यवस्था होनी चाहिए। सब्जी के ठेलों वालों को वार्ड निर्धारित करते हुए सब्जी बेचने की अनमुति देदी जाए तो वो सब्जी मंडी में खड़े होने की बजाय गली-मोहल्लों, कॉलोनियोंं में सब्जी बेचते रहेंगे। इसी प्रकार घरेलू उपयोग के दाल, चीनी, चावल, साबुन आदि के लिए भी किराना वालों को अलग अलग मोहल्लों में सप्लाई के अनुमति पत्र जारी किए जा सकते हैं। अव्यवस्था की स्थिति इसलिए आ रही है कि लोगों को उनके मोहल्लों व कॉलोनियों में सामान उपलब्ध नहीं हो रहा है। इसलिए वे घरों से निकलते हैं। २ घंटे की ही छूट होने से भीड़ जमा हो जाती है।
कुलदीप सारस्वत का कहना है कि सामान की दरें निर्धारित होकर होम डिलेवरी व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाना चाहिए। अभी केवल आटे की होम डिलेवरी है। अन्य सामान की भी होम डिलेवरी शुरू होनी चाहिए। भल्लूसिंह ठेकेदार के अनुसार हमारे जीवन की परवाह प्रशासन से अधिक हमको होनी चाहिए। इसलिए प्रशासन की ओर से जागरूकता की मुहिम में जो सलाह दी जा रही हैं उनकी सभी को पालना करनी चाहिए।