खास बात ये है कि इस बार जोरदार सर्दी के साथ कोहरा भी खूब छा रहा है। जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित है। सुबह बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। बुजुर्ग लोग भी सर्दी से निजात मिलने के इंतजार में है। सर्दी से बचने के लिए घर और बाजार में लोग अलाव ताप रहे हैं।
शाम को बाजार जल्द बंद हो जाते हैं। संक्रांति के बाद भी तापमान में कुछ खास इजाफा नहीं होने से सर्दी के तेवर बरकरार है। उत्तरी भारत में पड़ रही बर्फबारी और तेज ठंड का असर मैदानी इलााकों में दिख रहा है। शाम ढने के बाद ओस पडऩे लगती है। लोग तेज सर्दी की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं। इधर फसलों पर भी अब बुरा असर पड़ रहा है। खासकर सरसों की सुरक्षा को लेकर किसान चिंतित है। क्योंकि सरसों अब पकने लगी है। ऐसे में तेज सर्दी उसके लिए फायदेबंद नहीं है। फसल खराब होने से किसानों को नुकसान की आशंका है।