scriptटीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी | PHC is running on the basis of compounder under teenshed | Patrika News

टीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी

locationकरौलीPublished: May 16, 2021 07:37:15 pm

Submitted by:

Surendra

टीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी
चिकित्सक और लैब टैक्नीशियन के पद रिक्त होने से न उपचार न होती जांचकरौली जिले के टोडाभीम उपखण्ड में निसूरा क्षेत्र के गांवों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। घर-घर में बुखार, जुकाम-खांसी के रोगी हैं। इस स्थिति में सरकार बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिलासा भी दी रही है। जबकि महमदपुर, निसूरा इलाके में प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं भी बेहाल स्थिति में हैं। यहां पीएचसी का नया भवन तैयार है लेकिन यह केन्द्र अभी टीन शेड में संचालित है।

टीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी

टीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी

टीनशेड के नीचे कम्पाउन्डर के भरोसे चल रही पीएचसी,

चिकित्सक और लैब टैक्नीशियन के पद रिक्त होने से न मिलता उपचार न होती जांच
तैयार भवन के भी उपयोग का इंतजार
करौली जिले के टोडाभीम उपखण्ड में निसूरा क्षेत्र के गांवों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। घर-घर में बुखार, जुकाम-खांसी के रोगी हैं। इस स्थिति में सरकार लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिलासा भी दी रही है। जबकि महमदपुर, निसूरा इलाके में प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं भी बेहाल स्थिति में हैं। यहां पर पीएचसी का नया भवन तो तैयार हो गया है लेकिन यह केन्द्र अभी टीन शेड के कमरे में संचालित है।
महमदपुर गांव में सात वर्ष पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) खोल देने के बाद भी इलाके के लोगों के लिए पीएचसी पर मिलने वाली सुविधाओं के लिए तरसना ही पड़ रहा है। गांव की पीएचसी केवल नाम के लिए है। यहां पर पीएचसी के लिए स्वीकृत स्टाफ भी सेवारत नहीं है। ऐसे में लोगों को चिकित्सा सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है।
इलाके के लोग बीमारी की हालत में मरीजों को लंबी दूरी तय करके हिंडौन सिटी में उपचार के लिए ले जाने को मजबूर होते हैं। गांव के विनोद कुमार गुर्जर ने जिला कलेक्टर को पत्र भेजकर इस महामारी के दौर में पीएचसी पर चिकित्सा सुविधाओं के उपलब्ध कराने की मांग भी की है।
दो वर्ष से चिकित्सक नहीं

ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 2 वर्ष चिकित्सक का पद रिक्त चल रहा है। डॉ. अंकित गर्ग के स्थानांतरण के बाद अभी कुछ दिन पहले यहां चिकित्सक की नियुक्ति की गई। इस चिकित्सक को मात्र 6 दिन सेवाएं देने के बाद डेपूटेशन पर अन्य जगह लगा दिया गया है। ऐसे में कम्पाउण्डरों के भरोसे पीएचसी संचालित हो रही है। आयुष चिकित्सक को प्रतिनियुक्ति पर लगाकर पीएचसी का प्रभारी बना रखा है।
टीनशेड में चलती है पीएचसी
महमदपुर में उप स्वास्थ्य केंद्र को सात वर्ष पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत तो कर दिया गया लेकिन अभी भी पीएचसी का संचालन उप स्वास्थ्य केंद्र के टीनशेड के बने पुराने दो कमरों में ही हो रहा है। जबकि करोड़ों रुपए की लागत से नया भवन बनकर तैयार है। अधिकारियों की उदासीनता से इस पीएचसी को नए भवन में शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
नि:शुल्क जांच का नहीं लाभ

राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लैब टेक्नीशियन का पद रिक्त होने से मरीजों को नि:शुल्क जांच का लाभ नहीं मिल रहा है। कोरोना के दौर में भी मरीजों को दूसरे केन्द्रों पर कोरोना जांच के नमूने देने पड़ रहे हैं। इसी प्रकार यहां कोरोना वैक्सीनेशन भी नहीं हो पा रहा है।
पीएचसी के नए भवन में शिफ्ट नहीं होने और चिकित्साक का पद खाली होने से संस्थागत प्रसव की सुविधा भी ग्रामीणों को नहीं मिल रही है। प्रसूताओं को लम्बी दूरी तय कर प्रसव कराने ले जाना पड़ता है।
मुझे हिण्डौन में प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा है। मेरा मूल पदस्थापन शहराकर पीएचसी पर है। इस बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। पीएचसी की स्थिति के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करा रखा है।
दिनेश शर्मा, प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महमदपुर
महमदपुर पीएचसी पर चिकित्सक नियुक्त किया गया था। उसे कोरोना के कारण हिण्डौन कोविड सेन्टर पर लगाया हुआ है। पीएचसी के नए भवन की चारदीवारी सहित कुछ काम अधूरे है। काम पूरा करने के लिए संवेदक को कह दिया है। निर्माण पूरा होते की पीएचसी को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
देवी सहाय मीना ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी टोडाभीम

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