निसूरा ञ्च पत्रिका पहाड़ी में एक साल से चल रहे दहेज प्रकरण के मामले में 12 अक्टूबर को होने वाली खाप पंचायत पर एसडीओ जगदीश आर्य ने रोक लगा दी है। बालघाट थानाधिकारी अतरसिंह
ने बताया कि सोमवार को एसडीओ पहाड़ी गांव पहुंचकर गांव में होने वाली खाप पंचायत को नहीं करने के लिए लोगों को समझाया। साथ ही कहा कि होने वाली
खाप पंचायत असंवैधानिक है। एसडीओ ने गाड़ी में माइक लगाकर पंचायत नहीं करने के लिए
संदेश दिया। पहाड़ी निवासी पुष्पेन्द्र मीणा के खिलाफ पत्नी सालूदेवी ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करा रखा है। संबंधित लोगों को पाबंदी नोटिस जारी किए गए हैं। फिर भी यह पंचायत होती है तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई
की जाएगी।
ने बताया कि सोमवार को एसडीओ पहाड़ी गांव पहुंचकर गांव में होने वाली खाप पंचायत को नहीं करने के लिए लोगों को समझाया। साथ ही कहा कि होने वाली
खाप पंचायत असंवैधानिक है। एसडीओ ने गाड़ी में माइक लगाकर पंचायत नहीं करने के लिए
संदेश दिया। पहाड़ी निवासी पुष्पेन्द्र मीणा के खिलाफ पत्नी सालूदेवी ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करा रखा है। संबंधित लोगों को पाबंदी नोटिस जारी किए गए हैं। फिर भी यह पंचायत होती है तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई
की जाएगी।
आधी-अधूरी तैयारी के बीच ई-रवन्ना आज से
करौली. आधी- अधूरी तैयारी के बीच खनिज विभाग ने ई-रवन्ना जारी करने की शुरुआत मंगलवार से कर दी है। इससे सैण्ड स्टोन सहित अन्य खनिज की निकासी का रिकॉर्ड विभाग में ऑनलाइन हो जाएगा। जिले में 272 लीज
धारक है। इनके द्वारा अब खनिज की निकासी वर्षों पुरानी कागजी रवन्ना व्यवस्था से नहीं होगी। विभाग ने खनिज सम्पदा पर राजस्व वसूलने के लिए ई-रवन्ना के आदेश जारी किए हैं। यह व्यवस्था समूचे प्रदेश में एक साथ लागू की गई है। संचार सहित अन्य व्यवस्थाओं की दृष्टि से पिछड़े करौली जिले में ई-रवन्ना के लिए फिलहाल पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। यहां के पत्थर ठेकेदारों ने नई व्यव्स्था में आने वाली व्यवहारिक परेशानियों से विभाग के अधिकारियों को अवगत भी कराया लेकिन इन समस्याओं को दरकिनार कर दिया गया। करौली में रात तक स्थिति यह थी कि नाके पर्याप्त संख्या में स्थापित नहीं हुए और जो बनाए हैं वहां इंटरनेट की माकूल व्यवस्था नहीं है।
नाकों का अभाव, इंटरनेट बाधित
जानकारी के अनुसार सरकार ने ई-रवन्ना तो लागू कर दिया, लेकिन करौल जिले में नाके पर्याप्त संख्या में नहीं खोले गए हैं। मासलपुर,मण्डरायल, कैलादेवी तथा सपोटरा खनन क्षेत्र है। उक्त क्षेत्र में नाकों का अभाव है। जिससे चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा मासलपुर, मण्डरायल,लांगरा, कैलादेवी से करणपुर क्षेत्र में इंटरनेट सुविधा आए दिन बाधित रहती है।
करौली. आधी- अधूरी तैयारी के बीच खनिज विभाग ने ई-रवन्ना जारी करने की शुरुआत मंगलवार से कर दी है। इससे सैण्ड स्टोन सहित अन्य खनिज की निकासी का रिकॉर्ड विभाग में ऑनलाइन हो जाएगा। जिले में 272 लीज
धारक है। इनके द्वारा अब खनिज की निकासी वर्षों पुरानी कागजी रवन्ना व्यवस्था से नहीं होगी। विभाग ने खनिज सम्पदा पर राजस्व वसूलने के लिए ई-रवन्ना के आदेश जारी किए हैं। यह व्यवस्था समूचे प्रदेश में एक साथ लागू की गई है। संचार सहित अन्य व्यवस्थाओं की दृष्टि से पिछड़े करौली जिले में ई-रवन्ना के लिए फिलहाल पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। यहां के पत्थर ठेकेदारों ने नई व्यव्स्था में आने वाली व्यवहारिक परेशानियों से विभाग के अधिकारियों को अवगत भी कराया लेकिन इन समस्याओं को दरकिनार कर दिया गया। करौली में रात तक स्थिति यह थी कि नाके पर्याप्त संख्या में स्थापित नहीं हुए और जो बनाए हैं वहां इंटरनेट की माकूल व्यवस्था नहीं है।
नाकों का अभाव, इंटरनेट बाधित
जानकारी के अनुसार सरकार ने ई-रवन्ना तो लागू कर दिया, लेकिन करौल जिले में नाके पर्याप्त संख्या में नहीं खोले गए हैं। मासलपुर,मण्डरायल, कैलादेवी तथा सपोटरा खनन क्षेत्र है। उक्त क्षेत्र में नाकों का अभाव है। जिससे चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा मासलपुर, मण्डरायल,लांगरा, कैलादेवी से करणपुर क्षेत्र में इंटरनेट सुविधा आए दिन बाधित रहती है।