scriptतैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजार | Preparations open pole, waiting for screening in the sun | Patrika News

तैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजार

locationकरौलीPublished: May 20, 2020 10:12:23 pm

Submitted by:

Surendra

तैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजारकरौली जिले में बीते तीन दिनों में प्रवासी मजदूरों की आवक बढऩे से प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आई। जबकि प्रवासियों के आने को लेकर कई दिन पहले से प्रशासन का अमला जुटा हुआ था। लम्बे चौड़े दावे भी व्यवस्थाओं के किए जा रहे थे। करौली के कॉलेज में तथा मण्डरायल उपखण्ड मुख्यालय पर चम्बल किनारे पर राजघाट पर बनी चैक पोस्ट पर मरीजों की लम्बी कतार स्क्रीनिंग के लिए लग गई।

तैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजार

तैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजार


तैयारियों की खुली पोल, स्क्रीनिंग को धूप में किया इंतजार
करौली जिले में बीते तीन दिनों में प्रवासी मजदूरों की आवक बढऩे से प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आई। जबकि प्रवासियों के आने को लेकर कई दिन पहले से प्रशासन का अमला जुटा हुआ था। लम्बे चौड़े दावे भी व्यवस्थाओं के किए जा रहे थे। करौली के कॉलेज में तथा मण्डरायल उपखण्ड मुख्यालय पर चम्बल किनारे पर राजघाट पर बनी चैक पोस्ट पर मरीजों की लम्बी कतार स्क्रीनिंग के लिए लग गई।
करौली कॉलेज में बुधवार को प्रवासी मजदूरों के आने के दौरान स्क्रीनिंग के लिए मजदूर धूप में खड़े होकर इंतजार करते रहे। इन मजदूरों के लिए छाया के प्रबंध नहीं किए हुए थे। इतना ही नहीं यहां इन मजदूरों की भीड़ इतनी जमा हुई कि सोश्यल डिस्टेंस की पालना भी गायब दिखी। यहां पर बुधवार को लगभग ८०० प्रवासियों की स्क्रीनिंग की गई।
प्रशासन को यह मालुम होने पर भी कि ट्रेन से काफी प्रवासी मजदूर आ रहे फिर भी उनके लिए छाया और भोजन -नाश्ते के प्रबंध चैक पोस्ट पर नहीं किए गए थे। स्क्रीनिंग के लिए भी कोई अतिरिक्त प्रबंध नहीं किए गए। इससे प्रवासियों को धूप में खड़े होकर स्क्रीनिंग के लिए इंतजार करना पड़ा। इनमें महिलाएं बच्चे भी शामिल थे। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मण्डरायल में ७०० से अधिक तथा करौली मुख्यालय पर लगभग १ हजार प्रवासियों की बुधवार को आवक हुई।
प्रवासियों की संख्या को लेकर प्रशासन के अधिकारी अधिकृत संख्या बताने से परहेज कर रहे हैं। अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन तोमर से सूचना चाही तो उन्होंने बोला ऐसे संख्या याद नहीं रहती। ऑफिस टाइम में ही जानकारी दे सकेंगे।
फोटो: करौली कॉलेज में स्क्रीनिंग के इंतजार में खड़े प्रवासी मजदूर।
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