इतना ही नहीं युवाओं की यह टोली हमदर्द बनकर प्रतिदिन करीब चार हजार जरुरतमंद लोगों को घर-घर जाकर दोनों वक्त का भोजन पहुंचा रही है। कोरोना कर्मवीर बन सेवा में जुटे इन युवाओं के समर्पण भाव को देख पूरे शहर के लोग इन्हें सलाम कर रहे है।
कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के एहतियाती उपायों के तहत जारी लॉकडाउन अवधि में निराश्रितों और जरूरतमंद गरीबों के लिए भोजन का समुचित प्रबंध करने की दृष्टि से यह इंतजाम किए हैं। जिससे जरुरतमंद परिवारों को काफी हद तक राहत मिली है।
जनता की रसोई चलाने वाली टोली के मनीष बंसल व पंकज जैन ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जरूरतमन्दों के भोजन के लिए व्यापक प्रयास किए हैं। इनमें भामाशाहों का भी सहयोग प्राप्त हुआ है। 15 दिन में 40 हजार लोगों को पहुंचाया भोजनलॉकडाउन के बाद 26 मार्च से शुरु हुई जनता की रसोई में पककर तैयार हुए भोजन के पैकेट 40 हजार लोगों को घरों तक पहुंचाए जा चुके हैं।
इसके अलावा लॉकडाउन से प्रभावित निर्माण श्रमिक, स्ट्रीट वैंडर्स, निराश्रितों, असहायों तथा जरूरतमन्दों को राशन सामग्री की 600 किटों का भी वितरण किया जा चुका है। राशन किटों में 10 किलो आटा, एक किलो चावल, 500 ग्राम तेल, एक किलो आलू, 500 ग्राम दाल, मसाले के पैकेट, नमक आदि सामग्री वितरित की जा रही है।
ये हैं कोरोना कर्मवीर जनता की रसोई चला रहे कोरोना कर्मवीरों में समाजसेवी मनीष बंसल, वर्धमान जैन, डॉ. मनोज जैन, विपिन जैन, जितेन्द्र जैन, विवेक जैन, पंकज जैन, भगवान सहाय जैन, देवेन्द्र जैन, अमित जैन, हेमंत जैन, अंकुर, शिम्भू, शुभम बंसल, यश शर्मा, युसुफ पठान, शोभित गोयल,अनुराग गेरा, रवि व गुरुद्वारा कमेटी को शामिल किया है।वीडिया़े कैप्शन- वीडिय़ों साथ अंकित किए गए हैं।