बिजली खपत का ग्राफ इसलिए इतना बढ़ा… सूत्रों के मुताबिक, 764.60 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति करने का लक्ष्य करौली के अधीक्षण अभियंता कार्यालय को मिला। लेकिन कनिष्ठ अभियंताओं ने अपने-अपने जीएसएस से जुड़े गांवों में मनमाने तरीके से बिजली दी। चहेतों के गांवों में दोगुने समय तक बिजली आपूर्ति की गई। सूत्रों ने बताया कि 764.60 लाख यूनिट के मुकाबले अक्टूबर माह में 864.36 तथा सितम्बर माह में 642 लाख यूनिट की बिजली आपूर्ति की गई। इससे निगम की बिजली आपूर्ति की खपत का ग्राफ अचानक डेढ़ सौ फीसदी तक बढ़ गया है।
4 से 5 घंटे अधिक बिजली आपूर्ति… बता दें कि निगम ने सितम्बर-अक्टूबर माह में फसल की सिंचाई के लिए पांच से छह घंटे तक प्रतिदिन के हिसाब से बिजली आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया था। साथ ही इसके लिए ब्लाक बना दिए, लेकिन इसकी पालना नहीं की गई। सपोटरा, टोडाभीम, करौली, हिण्डौन सिटी और नादौती ब्लाक क्षेत्र के किसानों को पांच या छह घंटे फसल की सिंचाई को बिजली मिलनी थी। इसके विपरीत आठ से दस घंटे बिजली आपूर्ति कर दी गई, जिससे बिजली खपत की यूनिट काफी बढ़ गई है। जबकि इस मामले पर अधीक्षण अभियंता बीएस मीना का कहना है कि मनमाने तरीके से बिजली आपूर्ति करने वाले अभियंताओं को आरोप पत्र जारी कर दिए हैं। सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इन अभियंताओं को आरोप पत्र… विद्युत निगम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महूइब्राहिमपुर के कनिष्ठ अभियंता, राहुल मीना सूरौठ, राजेश मीना करौली, राकेश मीना नादौती, राजकुमार गुढ़ाचन्द्रजी, मेघराज, रिंकू टोडाभीम,सुदीप जाटव मण्डरायल, राजेश मीना हिण्डौन सिटी, भूपेन्द्र मीना करौली, पंकज मीना कुडग़ांव तथा गौरव स्वर्णकारी करौली ने मनमाने तरीके के बिजली आपूर्ति की, जिससे उन्हें 16 सीसीए में आरोप पत्र जारी किए गए हैं। इसी प्रकार कमजोर मॉनिटरिंग और राजस्व वसूली में लापरवाही पर हिण्डौन सिटी प्रथम के सहायक लेखाधिकारी लालचंद जांगिड, हिण्डौन सिटी द्वितीय के जोगिन्दर शर्मा, टोडाभीम के हिमाचल मीना, नादौती के रामवतार गुप्ता तथा करौली के देवेन्द्र कुमार जैन को आरोप पत्र जारी किया गया है।