रेलवे सूत्रों के अनुसार दोपहर करीब दो बजे प्वाइंट्स मैन मुकेश कुमार वाल्मीकि प्लेटफार्म दो पर त्रिवेंद्रम-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस को हरी झण्डी से ऑलराइट दिखाने को खड़ा था। इस दौरान स्वर्ण मंदिर मेल से दिल्ली जाने के लिए सलेमपुर कम्मो देची व अपनी 21 वर्षीय बेटी लता के साथ प्लेटफार्म एक से दो पर जाने लिए पटरियां पार कर रही थीं। लाइन नम्बर एक से स्टेशन पर प्रवेश कर रही पटना-कोटा एक्सप्रेस को आती देख वे तेजी से आगे बढ़ गई। तभी कोटा की ओर से आ रही राजधानी एक्सप्रेस के चालक ने चेतावनी का हॉर्न बजाया। हड़बड़ाहट में महिला तो प्लेटफार्म पर चढ़ गई, लेकिन सामने टे्रन को देख युवती के हाथपांव फूल गए और पटरी पर खड़ी रह गई।
ट्रेन को चंद मीटर के फांसले पर देख प्वाइंट्समैन मुकेश तत्परता बरत पटरी पर कूद गया और मैन डाउन लाइन से युवती को डाउन लूप लाइन की ओर खींच लिया। ऐसे में प्वाइंट्स मैन राजधानी के लोको पायलट को हरी झंडी नहीं दिखा सका। हालाकि बाद मेंं गार्ड को ट्रेन के सुरक्षित निकासी के लिए हरी झंडी दिखा दी। इधर बेटी के ट्रेन के सामने देख मां की रुलाई फूट पड़ी। मौके पर मौजूद यात्रियों ने दोनों को ढांढस बंधाया और स्वर्ण मंदिर मेल से रवाना उन्हें दिल्ली के लिए रवाना किया।