नकाबपोशों ने वृद्ध को बंधक बना डाली डकैती-
नई मंडी थाना क्षेत्र के बडकापुरा में 75 वर्षीय वृद्ध नंदकिशोर जाटव अपने कमरे में सो रहा था। रात करीब दो बजे पांच नकाबपोश डकैत चारदीवारी कूद घर में घुस आए। उन्होंने कमरे में घुसकर पलंग पर सो रहे वृद्ध को दबोच लिया और गमछे (स्वाफी) से मूंह को बांध दिया। इतना ही नहीं डकैतों ने उसके दोनों हाथों को पीछे की तरफ बांध दिया। एक डकैत ने देशी कट्टा वृद्ध की छाती से सटा कर आलमारी और बक्सा की चाबियां मांगी।
सहमे हुए वृद्ध ने कुर्ते की जेब में चाबियां होने की बात बताई। इस पर बदमाशों ने चाबियां निकाल आलमारी व बक्सा को खोल लिया। दो बदमाश तो जेवर व नकदी निकालने में जुट गए, जबकि तीन बदमाश वृद्ध को कट्टे की नोंक पर बंधक बना खड़े रहे। करीब आधा घंटे तक बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान वे 1 लाख 80 हजार रुपए की नकदी के अलावा करीब साढ़े तीन लाख रुपए कीमत के सोने-चांदी के आभूषणों को पार कर ले गए। बदमाशों के जाने के बाद पीडि़त वृद्ध ने कमरे से बाहर निकल दूसरे मकान में सो रहे पुत्र सगरदास को आवाज दी। पुत्र व पुत्रवधु बाहर निकले और वृद्ध के बंधे हुए मूंह व हाथों को खोला। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। इस पर करीब सवा तीन बजे पुलिस मौके पर पहुंची और पीडि़त से मामले की जानकारी ली। पीडि़त के मुताबिक बदमाशों की आयु करीब 25 से 30 वर्ष के करीब थी। पुलिस ने शुक्रवार दोपहर परिजनों के साथ थाने पहुंचे पीडित वृद्ध की शिकायत पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरु कर दिया है।
बाइक सवार बदमाशों ने लूटे डेढ़ लाख-
दूसरी वारदात शुक्रवार दोपहर में ढहरा मोड़ के पास घटित हुई। जिसमें घोंसला निवासी युवक पर जानलेवा हमला कर बाइक सवार बदमाशों ने डेढ़ लाख रुपए लूट लिए। घायल युवक को गंभीर हालत में राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार घोंसला निवासी नरसी प्रजापत (35) ने बताया कि वह भोपुर निवासी अपने जीजा भगवान सिंह से डेढ़ लाख रुपए की रेंहटी करा दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बाइक से घर लौट रहा था। पीछा कर रहे बाइक सवार तीन बदमाशों ने ढहरा मोड़ के पास रास्ता पूछने के बहाने उसकी चलती हुई बाइक की चाबी निकाल ली। इसके बाद बदमाश उसे पकड़ सड़क किनारे स्थित बाजरे के खेत में ले गए। जहां गलाघोंट कर उसकी हत्या करने का प्रयास किया।
चाकू से उसके दोनो हाथों पर हमला कर घाव कर दिए। अचेत होने पर बदमाश उससे डेढ़ लाख रुपए की नकदी लूटकर फरार हो गए। कुछ महिलाएं घास लेने के लिए खेत में पहुंची तो उन्हें युवक अचेतावस्था में पड़ा मिला। इस पर उन्होंने गांव के कुछ लोगों को बुलाया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना युवक के जीजा भगवान सिंह को दी। उसी ने मौके पर पहुंच कर घटनाक्रम की सूचना पीडित के परिवारजनों को दी। साथ ही युवक को राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया।
पीडित के पिता झूत्या कुम्हार ने बताया कि उसके पुत्र नरसी को दीपावली के त्यौहार पर मिट्टी के दीपक, गुल्लक, मटकी आदि बनाकर बेचने के लिए पैसों की जरुरत थी। इसलिए वह अपने जीजा से डेढ़ लाख रुपए की रेंहटी (किस्तों पर उधारी) कराकर ला रहा था। लेकिन बदमाशों ने बीच रास्ते में ही उस पर हमला कर रुपए लूट लिए। पुलिस इस मामले की जांच में भी जुट गई है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है।
पत्रिका व्यू… पुलिस की नाकाबंदी और सायरन के साथ रात्रि गश्त होने से नागरिकों को सुरक्षित होने का अहसास होता है, मगर इलाके के लोग इसी में धोखा खा रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन जब लुट-पिट जाते हैं, तब पता चलता है कि पुलिस कहीं सीन में ही नहीं है, सब धोखा है। अगर कहीं कुछ है तो वह है बेखौफ बदमाश। महवा रोड़ बायपास तिराहे पर बंद पड़े चैकपोस्ट से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर तमंचों की नोक पर पांच लाख की डकैती और दूसरे दिन इसी इलाके में सरेराह डेढ लाख की लूट हो जाती है और इसके बाद पुलिस पांव पीटती रह जाती है। आए दिन शहर भर में बाइकें चोरी हो रही हैं, पुलिस की गाडिय़ां घूमती रहती हैं, पता ही नहीं चल रहा कि वे बदमाशों को सचेत करने के लिए घूमती हैं या फिर लोगों को धोखा देने के लिए। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या खाकी का इकबाल खत्म हो गया है?