गंभीर नदी पर बने पुल की दोनों साइड़ की अधिकांश रेलिंग टूटी हुई है। वहीं नीचे बने पिलरों में भी दरारें आ गई हैं। जल निकासी के लिए बनाई मोरियां बंद होने से बारिश में पुल की सड़क पर पानी भर गया था। इससे पुल पर भरा पानी पिलरों व अन्य स्थानों पर रिसाव कर गया। अगस्त माह में हुई भारी बारिश के समय पांचना बांध के गेट खोलने पर नदी में उफान आने पर एक बार तो स्थानीय प्रशासन ने पुल से पुल से वाहनों को आवागमन रोक दिया था। पुल की स्थिति देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से दुपहिया वाहनोंं व पैदल राहगीरों की निकासी पर भी पाबंदी लगा दी गई। श्रीमहावीरजी, पटोंदा, दानालपुर आदि के ग्रामीणों ने बताया कि पुल की मरम्मत में कई दशक पहले लगाया चूना, सीमेंट, बजरी टूट कर गिरने लगा है।
बारिश के दिनों में रहता खतरा-
गंभीर नदी पर बने पुल को जर्जर अवस्था में होने से बारिश के दिनों में हादसे की आंशका रहती है। पुल के ऊपर आम सड़कों की मानिद जल भराव होने से खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। हिण्डौन-नादौती का प्रमुख सड़क मार्ग होने से लोग बारिश के दिनों में खतरे की आशंकाओं के बीच पुल से निकलते हैं।
श्रीमहावीरजी में गंभीर नदी पर बने पुल की मरम्मत के लिए राज्य सरकार एवं विभाग को दो प्रस्ताव भेजे हुए हैं। एक पुल की रेलिंग व पिलरों की मरम्मत तथा दूसरा नवीन पुल निर्माण कराने का है। बजट आने पर ही इसकी मरम्मत कार्य हो सकेगा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड हिण्डौनसिटी