आठ अगस्त से लगातार जारी है पानी की निकासी 8 अगस्त से शुरू हुई जल निकासी अब तक जारी है और यह लगातार एक महीने से बांध के गेट खुले हुए हैं। पांचना बांध की कुल भराव क्षमता 2100 एमसीएफटी है, जबकि अब तक छोड़ा गया पानी इस क्षमता का साढ़े तीन गुना है। जल संसाधन विभाग के एक्सईएन सुशील गुप्ता इस जल निकासी की निगरानी कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि सब कुछ सही ढंग से चल रहा है।
भरतपुर के घना अभ्यारण तक पहुंच रहा है पानी बांध का वर्तमान जलस्तर 258 मीटर है, जबकि इसकी उच्चतम जल भराव क्षमता 258.62 मीटर है। इस भारी मात्रा में पानी की निकासी के कारण बांध के आसपास के इलाकों में जलस्तर बढ़ गया है और पानी गंभीर नदी होते हुए भरतपुर के घना तक पहुंच रहा है।
लगातार खोले गए हैं गेट, ऐसा पहले कभी नहीं इस प्रकार की जल निकासी से न केवल बांध के पुराने रिकॉर्ड टूटे हैं, बल्कि यह क्षेत्रीय जल संसाधन प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। अब तक की निकासी और गेट्स के खुलने की स्थिति ने यह साबित कर दिया है कि इस बांध की जल संचयन क्षमता और उसकी प्रभावी जल प्रबंधन रणनीतियों पर काम किया गया है। यह घटना करौली और उसके आसपास के क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन और जल संसाधन योजना के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन गई है।