scriptकरौली में मेडिकल कॉलेज की दिशा में बढऩे लगे कदम | Steps to move towards Medical College in Karauli | Patrika News

करौली में मेडिकल कॉलेज की दिशा में बढऩे लगे कदम

locationकरौलीPublished: Jun 20, 2019 07:11:11 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

करौली. पिछड़े जिलों में शुमार और पर्याप्त चिकित्सा सेवाओं से वंचित करौली जिले में चिकित्सा क्षेत्र में विकास की संभावनाओं की दिशा में कदम बढऩे लगे हैं।

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करौली में मेडिकल कॉलेज की दिशा में बढऩे लगे कदम

करौली. पिछड़े जिलों में शुमार और पर्याप्त चिकित्सा सेवाओं से वंचित करौली जिले में चिकित्सा क्षेत्र में विकास की संभावनाओं की दिशा में कदम बढऩे लगे हैं।

जिलेवासियों को समुचित चिकित्सा सेवा मिल सके, इसके लिए यहां पर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति के लिए जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने एक कदम बढ़ाया है। उन्होंने आरएमआरएस के अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर को इस बारे में प्रस्ताव भेजकर करौली मेडिकल कॉलेज की दरकार बताई है। उन्होंने कलक्टर से अपनी अभिंशसा के साथ राज्य सरकार को प्रस्ताव को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है।
यदि जनप्रतिनिधियों की उचित पहल इस मामले में हुई तो जिले के लिए राज्य सरकार से यह सौगात मिल सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले की भाजपा सरकार धौलपुर में मेडिकल कॉलेज की घोषणा कर चुकी है।
यह होगा फायदा
यदि मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति होती है तो चिकित्सालय 300 पलंगों का होगा।
साथ ही चिकित्सा सुविधाओं में भी विस्तार होगा, जिससे आमजन को राहत मिलेगी। मेडिकल कॉलेज होने की स्थिति में प्रोफेसर चिकित्सकों के साथ हर फेकल्टी के चिकित्सकों की संख्या में इजाफा हो जाएगा, जिससे रोगियों को रेफर होने की समस्या से राहत मिलेगी, वहीं कॉलेज में बाहर से विद्यार्थी आने से रोजगार बढ़ेगा।
यह बताए कारण
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की ओर से मेडिकल कॉलेज के लिए भेजे गए पत्र में बताया है कि पूर्वी राजस्थान के करौली सहित इसके नजदीक धौलपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर जिलो में कोई भी मेडिकल कॉलेज संचालित नहीं है। करौली जिला और आसपास का क्षेत्र पिछड़ा हुआ है।
पत्थर खनन मजदूरों की प्रमुख रोजी-रोटी का जरिया है, जिससे इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिलिकोसिस/टयूबरकिलोसिस रोग से लोग पीडि़त हो जाते हैं। ऐसे में निकट भविष्य में राज्य सरकार की ओर से यहां मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिल जाती है तो पूर्वी राजस्थान के पिछड़े हुए क्षेत्र के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं सुलभता से मिल सकेंगी। इसके लिए पीएमओ ने जिला कलक्टर से इस संदर्भ में राज्य सरकार को अद्र्धशासकीय पत्र जारी करने का आग्रह किया है।
काबीना मंत्री ने दिए थे संकेत
यहां पर मेडिकल कॉलेज की संभावनाओं को बल इसलिए भी मिलता है कि गत दिनों सपोटरा विधायक एवं खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेशचन्द मीना भी यहां पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने के प्रयास करने के संकेत दे चुके हैं। गत दिनों राजस्थान पत्रिका के एक साक्षात्कार के दौरान मंत्री रमेश मीना ने माना था कि जिले में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार की दरकार है, ऐसे में यहां मेडिकल कॉलेज के प्रयास किए जाएंगे।
मेडिकल कॉलेज के लिए भेजा है पत्र
चिकित्सालय प्रशासन की ओर से मेडिकल कॉलेज के लिए जिला कलक्टर को पत्र भेजा है। मेडिकल कॉलेज खुलता है तो जिले में चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार होगा।
डॉ. दिनेश गुप्ता, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, करौली
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