वार्ता में नहीं बनी बात, तीन दिन में 12 करोड़ का कारोबार ठप
करौलीPublished: Nov 12, 2022 10:21:39 pm
Talk did not work, 12 crore business stalled in three days
दुकानों की सुद्रढ़ चौकसी की मांग कर रहे व्यापारी


वार्ता में नहीं बनी बात, तीन दिन में 12 करोड़ का कारोबार ठप
हिण्डौनसिटी. कृषि उपज मंडी में 6 दुकानों में चोरी के विरोध में शनिवार को तीसरे दिन भी प्रतिष्ठान बंद रहे। कृषि उपज मंडी समिति की ओर से दोपहर में व्यापार मंडल के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता कर समझाइश के प्रयास किए। लेकिन चर्चा में रजामंदी कायम नहीं हो सकी। व्यापार मंडल के अनिश्चितकालीन बंद से तीन दिन में कृषि उपज मंडी में करीब 12 करोड़ रुपए का कारोबार ठप हो गया। वहीं मंडी समिति भी 12 लाख रुपए से अधिक की टैक्स आय का नुकसान हुआ है।
व्यापार मंडल के अनिश्चितकालीन बंद के बीच शनिवार को मंडी समिति की ओर से समझाइश की पहल की। समिति कार्यालय में व्यापार मंडल के अध्यक्ष रामगोपाल गर्ग सहित अन्य पदाधिकारियों को बुला कर सोमवार से मंडी में कारोबर शुरू करने की बात कही। मंडी सचिव की गैर मौजूदगी में कर्मचारियों ने मण्डी की व्यवस्थाओं को लेकर पक्ष रखा। व्यापारियों ने कमजोर सुरक्षा इंतजामों के चलते एक रात में छह दुकानों से चोरी पर रोष जताया है। व्यापारियों ने कहना था कि मंडी में सघन चौकीदारी व्यवस्था तय कर सुरक्षा प्रबंधों को सुद्रढ बनाने की मांग की। साथ ही मंडी परिसर में लगे सभी 48 सीसीटीवी कैमरों को 24 घंटे सुचारू रख रिकॉडिंग की नियमित जांच करने की मांग की। करीब एक घंटा तक हुई बैठक में व्यापारियों व मंडी कर्मचारियों ने मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन वारदात का खुलासा और व्यापार मंडल की मंशानुसार चौकीदारी व्यवस्था तय करने पर रजामंदी नहीं बनी। बैठक में चौकीदारी व्यवस्था को व्यापार मंडल से संभालने को कहा, लेकिन कम बजट की बात कह व्यापारी तैयार नहीं हुए। बैैठक में व्यापार मंडल के मंत्री सौरभ बंसल, संतोष बंड़ीभोला, कैलाश टोडूपुरा, पुरुषोत्तम लाल सहित अन्य व्यापारी मौजूद रहे। इधर शनिवार को मण्डी समिति ने इंजीनियर को बुलवा कर बंद पड़े सीसी टीवी कैमरों की मरम्मत कार्य शुरु करवा दिया।
नीलामी का इंतजार, जिंसों से अटी मंडी
तीन दिन से नालामी नहीं होने से कृ षि उपज मंडी यार्ड, शेड़ व बरामदे जिसों के कट्टों से अटा है। गुरुवार को मंडी में बेचान के लिए जिंस लेकर आए किसानों तीन दिन से नीलामी शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। व्यापारी संतोष बंडी भोला ने बताया कि मंडी में बाजरा, सरसों, गेहूं, तिल, ढेचा के करीब 40 हजार कट्टे रखे हैं।