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करौली

शैक्षिक सम्मेलन के अवकाश पर मौजां ही मौजां

करौली. शैक्षिक सम्मेलनों के नाम पर सरकारी स्कूलों में दो दिन का अवकाश इसलिए रखा गया कि, शिक्षक उनमें उपस्थित होकर शिक्षा के मुद्दों पर चर्चा कर सके। (Teacher conference formal) लेकिन करौली जिला मुख्यालय पर शुक्रवार से शुरू शैक्षिक सम्मेलनों से शिक्षकों की दूरी ही रही, शिक्षक घर पर ही मौजं करते रहे।

करौलीSep 20, 2019 / 06:58 pm

vinod sharma

शैक्षिक सम्मेलन के अवकाश पर मौजां ही मौजां

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राजस्थान पत्रिका की टीम ने करौली में आयोजित शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) शिक्षक संघ (प्रगतिशील) व शिक्षक संघ अम्बेडकर के सम्मेलनों का जायजा लिया। तीनों में ही सदस्य संख्या के मुकाबले शिक्षकों का अभाव रहा। हालांकि अम्बेडकर संघ में सर्वाधिक संख्या नजर आई। हजारों की सदस्य संख्या का दावा करने वाले शैक्षिक संगठनों के सम्मेलन में चंद शिक्षक ही पहुंचे। महिला शिक्षकों ने पूरी तरीके से दूरी बनाई रखी।
दो हजार की सदस्य संख्या, सैकड़ों पर सिमटी
शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जिले का सबसे बड़ा शिक्षक संगठन है, जिसमें दो हजार सदस्य है। इसका सम्मेलन करौली कलक्ट्रेट के सामने स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक बालिका स्कूल में हुआ, उद्घाटन जिला परिषद सदस्य डॉ. सौम्या गुर्जर ने किया। पत्रिका की टीम उद्घाटन के समय स्कूल पहुंची, तब ६० शिक्षक मौजूद थे। बाद में कुछ और शिक्षक आए। शिक्षकों की कम उपस्थिति पर सम्मेलन सिर्फ औपचारिक ही रहे। अनेक वक्ताओं ने कम उपस्थिति पर नाराजगी जताई। सम्मेलन को स्वामी विवेकानंद राजकीय उच्च माध्यमिक मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य सर्वेश गुप्ता, कोटा-मामचारी के प्रधानाचार्य गोविन्द शर्मा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रमेश चंद शास्त्री ने भी सम्बोधित किया। मुख्य अतिथि डॉ. गुर्जर ने शिक्षकों को समाज का दर्पन बताया, उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा ३७० हटाने के फायदे भी गिनाए।

500 से अधिक,50 पर सिमटे
शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का दो दिवसीय सम्मेलन राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नम्बर सात में हुआ। संघ में ५०० से अधिक शिक्षक सदस्य है, लेकिन सम्मेलन में लगभग ५० अध्यापकों ने भाग लिया। जो भी दो से पांच बजे तक चला। सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानाचार्य पुरुषोतम शर्मा, प्रवीण कुमार पाराशर ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सभाध्यक्ष रामगोपाल माली ने की। शिक्ष की गुणवत्ता सुधार व प्रताडि़त शिक्षकों को राहत दिलाने की दिशा में काम करने की जरुरत पर बल दिया।

620 में से 200 आए
गुलाबबाग के समीप शिक्षक संघ अम्बेडकर का शैक्षिक सम्मेलन हुआ। संघ मं ६२० सदस्य है, जिसमें से २०० शिक्षकों ने ही सम्मेलन में भाग लिया। पूर्व ब्लाक शिक्षा अधिकारी रघुनाथ मीना, प्रधानाचार्य घनश्याम जाटव, मगनलाल महावर, रमेश चंद मीना ने उद्घाटन किया। इस दौरान शिक्षा की गुणवत्ता, स्कूलों में शिक्षकों की भूमिका, पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के संबंध में चर्चा की गई।

चिंतन का विषय है
दो हजार सदस्य संख्या है, फिर भी कम संख्या में शिक्षक आए। यह हमारे लिए चिंतन का विषय है। सरकार भी नहीं चाहती कि शिक्षक एकजुट रहे।
दिनेश चंद पचौरी जिलाध्यक्ष शिक्षक संघ (राष्ट्रीय करौली)

अभी शुरुआत है
करौली जिले में तीसरा सम्मेलन है, फिर भी 200 सदस्य आए है। सक्रिय सदस्य ही बनाए जाएंगे। सम्मेलनों की छुट्टी के नाम पर मौज करने वालों को सदस्य नहीं बनाया जाएगा।
अमृतलाल छाबड़ा जिलाध्यक्ष शिक्षक संघ अम्बेडकर

श्राद्ध पक्ष की वजह से नहीं आए
श्राद्ध होने की वजह से अनेक शिक्षक सम्मेलन में नहीं आए। बारिश ने भी व्यवधान डाला। हमारा मजबूत व पुराना सम्मेलन है।
रामनिवास पाराशर अध्यक्ष शिक्षक संघ प्रगतिशील करौली

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