कानून भी नहीं मददगार
अपने बच्चों से आहत माता- पिता के लिए सरकार ने कानून भी बनाया हुआ है। यह सुनकर वकील के जरिए गुहार लगाने को बाबूलाल बीते पांच वर्ष में प्रशासन की चौखट पर भी कई बार गया लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। इस बार प्रशासन के अफसरों की प्रशंसा को सुन 15 दिन पहले फिर से उपखण्ड अधिकारी के कार्यालय में वकील के जरिए प्रार्थना पत्र पेश किया तो सरकारी प्रक्रिया में उसका प्रार्थना पत्र उलझ कर रह गया।
देवेन्द्र सिंह परमार, उपखण्ड अधिकारी, करौली