ग्रामीण अमृत लाल व रेखसिंह ने बताया कि सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित आलवाडा गांव निवासी प्रकाशचंद जाटव (57) पुत्र हरीराम की मृत्यु शनिवार रात हो गई। परिजन व ग्रामीण सुबह आठ बजे दाह संस्कार के लिए शव को श्मशान ले जा रहे थे, लेकिन करीब चार सौ मीटर पहले ही मिट्टी के कटाव से बनी गहरी खाई को देख रुक गए। पांच से छह फीट गहरी तथा 10 से 12 फीट चौड़े कटाव को अर्थी के साथ पार करना जोखिम भरा था। वहां ग्रामीण एकत्रित हो गए। श्मशान की दुर्गम राह को लेकर ग्राम पंचायत से लेकर प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई। इस दौरान ग्रामीण रास्ते में शव को रखकर बैठ गए।
इस बीच दर्जनों लोग गांव से हिण्डौन विधायक व एसडीएम के निवास पहुंच गए। सूचना पर सूरौठ पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइस पर लोग अर्थी लेकर रास्ते में बनी खाई को पार कर श्मशान पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में मृतक का दाह संस्कार हो सका। इस मौके पर बहादुर सिंह गुर्जर, शिव सिंह गुर्जर, सरपंच गोरधन, किशनलाल, जगमोहन, हरिचरण मेंबर, महेश कुमार, चंदन सिंह, रामसहाय, साहब सिंह आदि मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 72 बीघा चरागाह एवं 50 बीघा सिवायचक जमीन है। कुछ दबंग लोगों ने अधिकांश सरकारी भूमि कब्जा रखी है। इतना ही नहीं श्मशान के रस्ते और श्मशाम की भूमि पर अति₹मण कर खेत बनाए जा रहे हैं। इससे लोगों को अंतिम संस्कार में परेशानी होती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से चरागाह भूमि एवं सिवायचक भूमि कब्जा मुक्त कराने व श्मशान और रास्ते की भूमि से अति₹मण हटाने की मांग की है।
मोक्षधाम के रास्ते की समस्या को लेकर आलावाड़ा के ग्रामीण आए थे। उन्हें कार्यालय में बुलाया है। राजस्व कर्मियों के दस्ते के साथ मौका निरीक्षण कर जल्दी ही समस्या का समाधान किया जाएगा। अनूपसिंह, एसडीएम हिण्डौनसिटी
गांव आलावाड़ा में कई प्रभावशाली लोगों ने रास्ते की भूमि पर कब्जा किया हुआ है। पांच दिन पहले भी लोग रास्ते की समस्या को लेकर विधायक से मिलने गए थे। कच्चे रास्ते में जलयोजना की पाइप लाइन बिछाने के बाद हुई बारिश से मिट्टी में कटाव हो गया है।
रामकरण सिंह ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत कसाने का नगला