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लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक

locationकरौलीPublished: May 16, 2021 07:29:29 pm

लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक
करौली में ही 100 मृतकों की अस्थि गंगाजी जाने के इंतजार मेंकरौली। कोरोना संक्रमण काल में चल रहे लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक हुुई हैं।हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार मृतकों की अस्थियों को गंगाजी में प्रवाहित करने की परम्परा है। कुछ लोग अस्थियों को विसर्जन के लिए हरिद्वार लेकर जाते हैं तो कुछ सौरोजी में जाकर विसर्जन कार्यक्रम करते हैं। फिलहाल एक माह से लॉकडाउन के चलते अस्थियों को गंगाजी में ले जाना थम सा गया है।

लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक

लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक

लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक

करौली में ही 100 मृतकों की अस्थि गंगाजी जाने के इंतजार में
करौली। कोरोना संक्रमण काल में चल रहे लॉकडाउन में दिवंगत आत्माओं की अस्थियां भी लॉक हुुई हैं।
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार मृतकों की अस्थियों को गंगाजी में प्रवाहित करने की परम्परा है। कुछ लोग अस्थियों को विसर्जन के लिए हरिद्वार लेकर जाते हैं तो कुछ सौरोजी में जाकर विसर्जन कार्यक्रम करते हैं। फिलहाल एक माह से लॉकडाउन के चलते अस्थियों को गंगाजी में ले जाना थम सा गया है। कुछ दिन पहले तक तो प्रशासन की अनुमति से दूसरे प्रदेश में लोग आवाजाही कर रहे थे। वाहन वगैरह भी संचालित हो रहे थे। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अन्य प्रदेश से आने पर सख्ती किए जाने के बाद लोगों की गंगाजी के लिए आवाजाही थम सी गई है। इधर राजस्थान में भी बसों का संचालन बंद हुआ है और बिना अनुमति के निजी वाहन भी संचालित नहीं हो पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में दिवगंत आत्माओं की अस्थियां लॉक होकर रह गई हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते बीते डेढ़ माह में मौतों का ग्राफ काफी अधिक रहा है। ऐसे में मृतकों की अस्थियों को गंगाजी तक पहुंचाना भी इन दिनों एक दुष्कर काम हुआ है। एक अनुमान के अनुसार करौली नगरपरिषद क्षेत्र में ही 100 से अधिक मृतकों की अस्थियां विसर्जन के इंतजार में अटकी है। जिले भर में यह संख्या एक हजार से कम नहीं।

क्षेत्र की नदियों में भी किया विसर्जन

कुछ ने तो गंगाजी जाने की स्थिति नहीं बन पाने के कारण इलाके में बह रही चम्बल, पांचना नदियों में अस्थियों का विसर्जन कर डाला है। कुछ ने अस्थियों को पेड़ों पर लाकर लटकाया है तो कुछ ने अपने घर में इनको सुरक्षित रखा है। करौली मोक्षधाम में अस्थियों को रखने के लिए लॉकर बने हुए हैं। लेकिन यहां केवल 10 मृतकों की अस्थि रखने की व्यवस्था उपलब्ध है जो काफी दिनों से फुल हैं।
अनुमति के प्रयास रहे विफल
इसी क्रम में पिछले दिनों मोक्षधाम सेवा समिति के सचिव बबलू शुक्ला तथा नगरपरिषद सभापति के पुत्र अमीनुद्दीन ने इस दिशा में पहले करके जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर अस्थि विसर्जन की व्यवस्था के लिए वाहन (बस) की अनुमति चाही थी। कलक्टर ने प्रदेश स्तर से तो बस की अनुमति की व्यवस्था कर दी लेकिन उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण अस्थि विसर्जन के लिए वाहन की अनुमति नहीं मिल सकी।

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