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सरकारी भूमियों पर कब्जा करने वालों को पूर्व मंत्री का संरक्षण, पूर्व मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ सभापति ने लगाए आरोप

locationकरौलीPublished: Aug 08, 2020 09:09:30 pm

Submitted by:

Surendra

सरकारी भूमियों पर कब्जा करने वालों को पूर्व मंत्री रमेश मीणा के संरक्षण के सभापति ने लगाए आरोप बोले रमेश मीणा,
मेरी स्वच्छ छवि को खराब करने के किए जा रहे हैं प्रयास
करौली. स्थानीय नगरपरिषद के सभापति राजाराम गुर्जर ने सपोटरा विधायक व पूर्व मंत्री रमेश मीना पर भू-माफियाओं को संरक्षण देकर सरकारी भूमियों पर अतिक्रमण कराने का आरोप लगाया है। शनिवार को पत्रकार वार्ता में सभापति ने कहा कि पूर्व मंत्री के अनेक नजदीकी लोगों ने सरकारी भूमियों पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। ऐसे लोगों को उनका सरंक्षण है।

सरकारी भूमियों पर कब्जा करने वालों को पूर्व मंत्री का संरक्षण, पूर्व मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ सभापति ने लगाए आरोप

सरकारी भूमियों पर कब्जा करने वालों को पूर्व मंत्री का संरक्षण, पूर्व मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ सभापति ने लगाए आरोप

पूर्व मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ सभापति ने लगाए आरोप
सरकारी भूमियों पर कब्जा करने वालों को पूर्व मंत्री का संरक्षण
रमेश मीणा अपने प्रभाव से नहीं होने देते कार्रवाई
अवैध कब्जों को हटाने की उठाई मांग
करौली. करौली.प्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच स्थानीय नगरपरिषद के सभापति राजाराम गुर्जर ने सपोटरा विधायक व पूर्व मंत्री रमेश मीना पर भू-माफियाओं को संरक्षण देकर सरकारी भूमियों पर अतिक्रमण कराने का आरोप लगाया है।
शनिवार को यहां पत्रकार वार्ता में सभापति ने कहा कि पूर्व मंत्री के अनेक नजदीकी लोगों ने सरकारी भूमियों पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। ऐसे लोगों को उनका सरंक्षण मिला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मण्डरायल क्षेत्र में मोंगेपुरा गांव की चरागाह भूमि पर पूर्व मंत्री सहित उनके परिजनों का कब्जा है। यहां पर चारदीवारी कराकर उसमें नलकूप लगाया हुआ है।
इसी क्रम में सभापति पूर्व मंत्री के एक रिश्तेदार को भी अवैध कब्जों को लेकर लपेटा। उन्होंने कहा कि रमेश मीणा के निकट के रिश्तेदार ने करणपुर में बस स्टैण्ड पर दो बीघा सिवायचक भूमि पर अतिक्रमण करके अवैध रूप से 40 दुकानों का निर्माण करा लिया है। इसी प्रकार करणपुर में ही करीब 12 बीघा सिवायचक भूमि पर भी चारदीवारी कराकर निजी स्कूल का भवन बनाया हुआ है। राजाराम ने मांग की कि प्रशासन को इस भूमि पर से कब्जा हटाकर इसे अपने कब्जे में लेना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री अपने पद के प्रभाव से किसी अधिकारी को अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई कार्रवाई नहीं करने देते हैं। दो-तीन वर्ष पहले तत्कालीन कलक्टर अभिमन्यु कुमार ने उनके नजदीकी लोगों के अवैध कब्जे हटाए तो उनको जान से मारने की धमकियां दी गई थी। यह मामला प्रदेश भर में चर्चित भी रहा था। सभापति ने कैलादेवी क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में जमीन को फर्जीवाड़ा कर कन्वर्ट कराने और वहां लगे क्रेशरों से कमाई करने का रमेश मीणा पर आरोप लगाया। सभापति ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से पूर्व मंत्री के नजदीकी लोगों द्वारा चरागाह व सिवायचक भूमि पर किए हुए अवैध कब्जों को हटाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उठे अनेक सवाल
नगरपरिषद सभापति राजाराम द्वारा पूर्व मंत्री रमेश मीणा पर आरोप लगाने को लेकर अनेक सवाल उठे हैं। साथ ही इसको प्रदेश के सियासी घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है। असल में उन्होंने पूर्व मंत्री के नजदीकी लोगों पर अतिक्रमणों के जो आरोप लगाए वो नए नहीं हैं। इन मामलों की पहले भी चर्चाएं रही है। लेकिन न तो कभी भाजपा की ओर से इस बारे में कुछ बोला गया न विरोधी दल में होने के बावजूद आज मुखर हुए सभापति ने इस बारे में अपनी जुवान खोली। शनिवार को भी पत्रकार वार्ता में भाजपा संगठन का कोई पदाधिकारी मौजूद नहीं रहा। यानी राजाराम ने अकेले ही बिना संगठन के सारे आरोप लगाए हैं। इस प्रकार अचानक पूर्व मंत्री के खिलाफ सभापति के मुखर होने पर अनेक राजनीतिक कयास निकाले जा रहे हैं। यहां खास बात यह भी है कि एक सप्ताह पहले ही निलम्बित सभापति को राज्यसरकार स्तर से बहाल करके वापस सभापति का पदभार सौंपा गया है। जानकर लोग उनकी बहाली तथा उनकी ओर से लगाए आरोपों को जोड़कर देख रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि रमेश मीणा इन दिनों सचिन पायलट के खेमे में हैं जबकि राजाराम भाजपा में हैं।
स्वच्छ छवि को खराब करने की चेष्टा
मेरी स्वच्छ छवि को राजनीतिक दुर्भावना से खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोप तो कोई भी लगा सकता है। कोई साक्ष्य आधार भी तो होने चाहिए। किसी का कोई अतिक्रमण है तो उसे हटाने की कार्रवाई की जानी चाहिए। मेरे को उच्च स्तरीय इशारे पर अनावश्यक बदनाम करने का प्रयास हैं। मेरे रिश्तेदार गलत काम करते हैं तो कानून के हिसाब से कार्रवाई की जा सकती है।
रमेश मीणा, पूर्व मंत्री विधायक सपोटरा
आरोपों में दम है
राजाराम द्वारा पूर्व मंत्री के खिलाफ जमीनों को लेकर लगाए जा रहे आरोपों में काफी हद तक दम है। वे उनके आरोपों से सहमत भी हैं। हालांकि डिकोलिया ने राजाराम द्वारा पूर्व मंत्री के खिलाफ आरोप लगाने को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित करने से अनभिज्ञता जताई।
बृजलाल डिकोलिया, जिलाध्यक्ष भाजपा, करौली
अकेले भी तो बोल सकते हैं
जो आरोप मैंने लगाए हैं उनकी जानकारी मुझे अभी हुई थी। इसलिए इससे पहले वो नहीं बोले थे। भाजपा संगठन से वे दूर नहीं है लेकिन जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने के हैसियत से मैं अकेला भी तो गलत काम के खिलाफ बोल सकता हूं।
राजाराम, सभापति नगरपरिषद करौली
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