लगभग एक शताब्दी से भरने वाला यह मेला होली से एक सप्ताह पहले से शुरू होता है, जिसमें प्रमुख रूप से विभिन्न मसालों की बिक्री होती है। यही वजह है कि इस मेले की पहचान मसालों के नाम से ही है। अनेक परिवार इसी मेले से घर में वर्षभर के लिए मसालों की खरीदारी कर लेते हैं।
हालांकि मेले में लोहे के भी विभिन्न उत्पाद बिक्री के लिए दुकानदार लाते हैं। इसके अलावा मेले में विभिन्न घरेलू उत्पाद, बच्चों के खिलौने आदि की भी दुकानें सजी हैं। इन दिनों मेले में अच्छी-खासी रौनक नजर आ रही है। हालांकि कुछ दुकानदार कहते हैं कि गत वर्षों के मुकाबले अब बिक्री में कमी आई है, वहीं कई दुकानदार मेले में होने वाली बिक्री से संतुष्ट नजर आते हैं।
अव्यवस्थाओं से दुकानदार त्रस्त
मेले में अव्यवस्थाओं से दुकानदार त्रस्त हैं। बाड़ी, गंगापुर, जयपुर, धौलपुर, करौली, बयाना, भरतपुर आदि स्थानों के दुकानदारों ने दुकानें लगाई हैं। दुकानदार बताते हैं कि मेला स्थल पर ना तो सफाई और ना ही पेयजल की माकूल व्यवस्था है, ऐसे में उन्हें परेशानी होती है। इसके अलावा मेला स्थल पर सुरक्षा के भी प्रबंध नहीं हैं।
पुलिस भर्ती में रियायत देने की मांग
करौली. राजस्थान पुलिस भर्ती में वरियता देने की मांग को लेकर एनसीसी कैडेटों ने जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कैडेट्स ने बताया कि एनसीसी सी ग्रेड प्रमाण पत्र धारक को सेना में अलग से वरियता दी जाती है। इसी प्रकार राजस्थान पुलिस में भी यह नियम लागू होना चाहिए। कैडेट्स ने भर्ती में अलग से भर्ती कोटा व उम्र में रियायत देने की मांग की है।