करौली जिले के उच्च शिक्षण संस्थान मुखिया विहिन
करौलीPublished: Aug 02, 2018 06:34:20 pm
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करौली जिले के उच्च शिक्षण संस्थान मुखिया विहिन
करौली. सरकार की उदासीनता से जिले के सभी छह राजकीय महाविद्यालय मुखिया विहिन हो गए हैं। जिससे महाविद्यालयों का प्रबंधन भी गड़बड़ा गया है।
करौली जिला मुख्यालय पर राजकीय स्नातकोत्तर व कन्या महाविद्यालय है। लेकिन दोनों महाविद्यालयों में प्राचार्यों के पद रिक्त है। स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लगभग आठ साल से बाबू सहाय मीणा प्राचार्य के पद पर थे, जो 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो गए। उपप्राचार्य धर्मसिंह मीना ने भी सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया, जो मंजूर हो गया। मीना अभी ५ अगस्त तक है। इसके बाद प्राचार्य के साथ व उपप्राचार्य का पद भी खाली हो जाएगा। इससे पहले कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोविन्द प्रसाद मीना का स्थानान्तरण दौसा कॉलेज में हो गया, तब से यह पद खाली है। उपप्राचार्य भी नहीं है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सहायक प्रोफेसर ऋषिराज शर्मा को प्राचार्य पद की जिम्मेदारी दी गई है। महाविद्यालयों में प्राचार्यों में पद रिक्त होने से प्रबंधन गड़बड़ाने लगा है।
इन महाविद्यालयों की भी नहीं सुध
इसी प्रकार जिले के सबसे बड़े कस्बे हिण्डौन सिटी के महाविद्यालय में जून माह से प्राचार्य का पद खाली है। महाविद्यालय विकास समिति सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने प्राचार्य की नियुक्ति कराने की मांग का राज्य सरकार को भेजा गया। लेकिन सरकार ने इसकी सुध नहीं ली है। सपोटरा, टोडाभीम न नादौती के राजकीय महाविद्यालय में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। महाविद्यालय शिक्षकों को प्राचार्य का कार्यभार दिया हुआ है।
मॉनिटरिंग के अभाव में शिक्षण कार्य बाधित
महाविद्यालयों में प्राचार्यों का पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य बाधित हो गया है। क्योंकि स्टॉफ व छात्र-छात्राओं पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। अभी महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसरों को प्राचार्य पद का कार्यभार दिया हुआ है। समान ग्रेडिंग होने से व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। इस कारण शिक्षण सत्र की शुरुआत में ही पढ़ाई प्रभावित होने लगी है।