टीम में डॉ. तुषार पुरोहित सीनियर टैक्नीकल ऑफिसर (लक्ष्य पीएमयू) एवं डॉ. इरफान डिविजनल आरएमएनसीएच (प्लस ए) शामिल थे, जिन्होंने कमियों को आपसी सामंजस्य से पूरा कर बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की बात कही। इस दौरान टीम सदस्यों ने अस्पताल में होने वाले सामान्य प्रसव, सिजेरियन प्रसव आदि की जानकारी ली।
साथ ही रिकार्ड की जांच की। उन्होंने लेबर रूम, एएनसी क्लिनिक, एसएनसीयू वार्ड, जेएसवाई वार्ड, टीकाकरण कक्ष एवं ऑपरेशन थिरेटर सहित ऑटोकलेव रूम की कार्यप्रणाली एवं संसाधनों की उपलब्धता का जायजा लिया। साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य इकाई को तय मानकों के अनुसार व्यवस्थित करने की जानकारी दी।
इस मौके पर आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना, प्रभारी डॉ. दिनेश गुप्ता एवं डीपीएम आशुतोष पांडेय से विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। वार्डों में जाकर भर्ती प्रसूताओं से भी सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। इस मौके पर दक्षता मेंटर इरशाद मिर्जा, जिला आईईसी समन्वयक लखनसिंह लोधा सहित अन्य मौजूद थे।
पीसीपीएनडीटी एक्ट की पालना करें सुनिश्चित
करौली. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए जिले के सोनोलॉजिस्ट-रेडियोलॉजिस्ट को पीसीपीएनडीटी एक्ट की पालना के निर्देश दिए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश चंद मीना ने बताया कि मिशन निदेशक ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए भ्रूण जांच में लिप्त दलालों एवं कथित चिकित्सकों के विरूद्ध डिकाय कार्रवाई की हिदायत दी। उन्होंने सीएमएचओ एवं उपखण्डों पर पीसीपीएनडीटी समुचित प्राधिकारी से अपने क्षेत्रों की सोनोग्राफी सेंटरों की गतिविधियों पर निगरानी रख समय-समय पर निरीक्षण एवं संदेहास्पद केन्द्रों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के भी निर्देश दिए।
करौली. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए जिले के सोनोलॉजिस्ट-रेडियोलॉजिस्ट को पीसीपीएनडीटी एक्ट की पालना के निर्देश दिए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश चंद मीना ने बताया कि मिशन निदेशक ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए भ्रूण जांच में लिप्त दलालों एवं कथित चिकित्सकों के विरूद्ध डिकाय कार्रवाई की हिदायत दी। उन्होंने सीएमएचओ एवं उपखण्डों पर पीसीपीएनडीटी समुचित प्राधिकारी से अपने क्षेत्रों की सोनोग्राफी सेंटरों की गतिविधियों पर निगरानी रख समय-समय पर निरीक्षण एवं संदेहास्पद केन्द्रों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के भी निर्देश दिए।
इस दौरान आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक नगीना शर्मा सहित जिले के सोनोलोजिस्ट एवं रेडियोलॉजिस्ट मौजूद रहे।