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भूरीबानो की खता की तत्कालीन एसडीओ को सजा

locationकरौलीPublished: Dec 06, 2019 12:21:05 pm

Submitted by:

Anil dattatrey

The then SDO was punished for Bhuribano’s mistake. Bhuribano accepted did not apply for food security. Victim came to the rescue of suspended RAS officer.Woman handed over memorandum to Chief Minister by SDMभूरीबानो ने स्वीकारा खाद्य सुरक्षा के लिए नहीं किया आवेदन .निलंबित आरएएस अफसर के बचाब में आई पीडि़ता. महिला ने मुख्यमंत्री ने नाम एसडीओ को सौंपा ज्ञापन

महिला ने मुख्यमंत्री ने नाम एसडीओ को सौंपा ज्ञापन

भूरीबानो की खता की तत्कालीन एसडीओ को सजा

हिण्डौनसिटी. खाद्य सुरक्षा सूची में बेवा महिला का नाम जोडऩे में तत्कालीन एसडीओ की लापरवाही के मामले में नया मोड़ आ गया है। गुरुवार को हुई कलक्टरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा तत्कालीन एसडीओ सुरेश कुमार बुनकर को निलंबित करने के बाद सामने आई पीडि़ता अपने प्रकरण में किसी अधिकारी का दोष नहीं होने की बात कही है। आरएएस अफसर के पक्ष मेंं पीडि़त भूरीबानो ने शुक्रवार सुबह एसडीओ सुरेश चंद यादव को ज्ञापन सौंप स्वीकारा है, कि वह खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जोडऩे के लिए आवेदन ही नहीं कर पाई। इस संबंध में महिला ने मुख्यमंत्री ने नाम ज्ञापन भी सौंपा है।

नगर परिषद उपसभापति नफीस अहमद, पार्षद लेखेंद्र चौधरी, पूर्व पार्षद एजाज अहदम और आयुक्त प्रेमराज मीणा के साथ एसडीओ कार्यालय आई वेबा भूरी देवी ने कहा कि वह हिण्डौन नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 30 के कच्छवाया पाड़ा में रहती है। मुख्यमंत्री की जनुसनवाई में गत दिनों मुख्यमंत्री सहायता कोष व प्रधानमंत्री सहायता कोष व आवास योजना समेत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए गुहार की थी।
इसके तहत एसडीओ कार्यालय से कर्मचारी कच्छवाया पाड़ा स्थित घर पहुंचे। अधिकांशत: गंगापुरसिटी स्थित पीहर में रहने से वह घर पर तहसील कार्यालय व नगर परिषद के कर्मचारियों को नहीं मिली। बाद में तहसील कर्मचारियों ने उसे परिजनों को माध्यम से गंगापुरसिटी फोन करवा खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन करने की सूचना दी। भूरी बानो ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन मेंं स्वीकार किया है कि पारिवारिक व्यस्तता के चलते वह आवेदन नहीं कर सकी। 4 दिसम्बर का भी एसडीओ कार्यालय से कर्मचारी उसके निवास पर पहुंचे, लेकिन वह गंगापुरसिटी होने के कारण घर पर नहीं मिली।
ऐसे में उसे फोन पर सूचित कर गंगापुरसिटी से हिण्डौन बुलवाया और तुरंत प्रभाव से आवेदन प्रक्रिया पूरी करवा कर नाम खाद्य सुरक्षा सूची में जोड़ दिया। ज्ञापन में बताया कि खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जोडऩे के मामले में तत्कालीन एसडीओ व मौजूदा एसडीओ का दोष नहीं है।

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