रेलवेे सूत्रों के अनुसार दोपहर करीब पौने 12 बजे पटना-कोटा एक्सप्रेस प्लेटफार्म क्रमांक एक पर आकर ठहरी। यात्रियों के चढऩे-उतरने के दौरान गार्ड ट्रेन के गुड्स की बोगी में पनीर के प्लास्टिक कंटेनर लदान करा रहे थे। इस बीच ठहराव के दो मिनट के निर्धारित समय के बाद सिग्नल होने पर ट्रेन रवाना हो गई। ऐसे में पनीर से भरे पांच कंटेनरों का लदान नहीं हो सका। वहीं सामान कर लदान कर रहा श्रमिक भी ट्रेन के चल पडऩे से उतर हीं सका।
प्लेटफार्म पर खड़े रहकर कंटेनरों का लदान कर रहे गार्ड ने चालक से सम्पर्क साधना चाहा, लेकिन बात नहीं हो सकी। ऐसे से ट्रेन कई रेल स्टेशन से निकल गई। रेलवे सूत्रों ने बताया कि करीब 35 किलोमीटर दूर पीलोदा स्टेशन पर ट्रेन रुकवाई गई। साथ ही चालक को गार्ड के पीछे हिण्डौन रेलवे स्टेशन पर रहजाने की जानकारी दी।
ऐसे में पीछे से मालगाड़ी से रवाना हुए गार्ड के इंतजार में ट्रेन करीब 25 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। इधर ट्रेन के साथ रवाना हुआ सामान लाद रहा श्रमिक गंगापुरसिटी की ओर से आ रही पैसेंजर ट्रेन से हिण्डौन लौटा। इधर स्थानीय रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि सामान ट्रेन में लदान नहीं होने से प्लेटफार्म पर छूट गया था।