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रोडवेज का कम घूमेगा पहिया, फिर भी बचेगा रुपैया

locationकरौलीPublished: Nov 13, 2019 11:48:57 pm

Submitted by:

Anil dattatrey

The wheel of roadways will rotate less, still the money will remain. Deduction in travel to reduce losses. Expenditure on five routes was more than income.Now saving diesel consumption due to route shorting. Daily run of buses reduced by two thousand km.सफर में कटौती कर घाटे की कम करने की जुगत. पांच मार्गों पर आय की तुलना में हो रहा था अधिक खर्च. रूट शॉर्टिंग से अब डीजल की खपत में बचत.-रोज दो हजार किमी कम हुई बसों की दौड़

रूट शॉर्टिंग से अब डीजल की खपत में बचत

रोडवेज का कम घूमेगा पहिया, फिर भी बचेगा रुपैया

हिण्डौनसिटी.राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा कम आय के मार्गों पर बसों के सफर में कटौती यात्रियों को भले ही परेशानी हुई हो, लेकिन डीजल की खपत में बचत करके हिण्डौन डिपो प्रबंधन रोडवेज के घाटे को कम करने की जुगत कर रहा है। हिण्डौन डिपो में पांच रूट शॉर्ट करने से बसें हर रोज दो हजार किलोमीटर कम दौड़ेंगी। यानी एक दिन करीब 500 लीटर डीजल की खपत कम और प्रति दिन 30 हजार रुपए की बचत होगी।

रोडवेज सूृत्रों के अनुसार हिण्डौन आगार ने कम यात्री भार के चलते गत दिनों पांच मार्गों पर रूट शॉर्ट कर पांच बसों का संचालन मार्ग में कटौती कर दी है। हिण्डौन आगार से 77 शिड्यूलों पर 28-29 हजार किलोमीटर दौड़ती है। जिससे डिपो में करीब 5 हजार लीटर डीजल की खपत होती है।
रोडवेज मुख्यालय से आय और रूट ऑपरेशन (बस संचालन) के खर्च की रिपोर्ट के आधार पर पांच रूटों पर 36 किलोमीटर से लेकर 700 किलोमीटर तक का संचालन कम किया है। रोडवेज ने हिण्डौन डिपो की श्रीमहावीरजी-नाकोडा, हिण्डौन-उदयपुर, श्रीमहावीजी-चांदखेड़ी, को शॉर्ट रूट कर हिण्डौन-महवा व हिण्डौन-श्रीमहावीरजी के एक-एक फेरे को कम किया है। वहीं कैलादेवी-दिल्ली की सायंकालीन सेवा को बंद कर दिया है। ऐसे में हिण्डौन डिपो की बसों की सडक़ों पर प्रति माह करीब 63 हजार किलोमीटर कम चलेंगी।
ऐसे की सफर में कटौती-
रोडवेज सूत्रों के अनुसार एक फेरे में 1338 किलोमीटर दूरी तय करने वाली श्रीमहावीरजी-नाकोड़ा बस सेवा जोधपुर तक चलेगी। इसके 264 किलोमीटर की कटौती की है। वहीं श्रीमहावीरजी-चांदखेड़ी बस को जयपुर तक चला कर एक फेरे में 704 किलोमीटर, हिण्डौन-उदयपुर को भीलवाड़ा में रोक कर 398 किलोमीटर, महवा का एक फेरा कम कर 76किलोमीटर तथा भिवाड़ी-श्रीमहावीरजी बस के वापसी में हिण्डौन में ऑफ कर 36 किलोमीटर की बसों की दौड़ कम कर दी है। वहीं कैलादेवी-दिल्ली बस सेवा को बंद कर डिपो ने दैनिक परिचालन के 626 किलोमीटर कम कर दिए हैं।
यहां खाली दौड़ रही थीं बसें-
रोडवेज के आंकड़ों के अनुसार नाकाड़ों एक्सप्रेस में जोधपुर से आगे बालोतरा व नाकोड़ा के लिए यात्री नहीं मिल रहे थे। वहीं जयपुर से लगातार बस सेवाएं होने से चांदखेड़ी बस जयपुर से कोटा तक खाली दौड़ रही थी। कमोबेश यही स्थिति भीलवाड़ा से उदयपुर बस की थी। यात्री भार कम होने से घाटे का सौदा साबित हो रही कैलादेवी-दिल्ली सेवा को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
ऐसे होगी बचत
शॉर्ट रूट करने से हिण्डौन डिपो से बसों का परिचालन में 20 हजार किलोमीटर की दैनिक कटौती की है। 5 किलोमीटर के माइलेज से 20 हजार किलोमीटर बसों के दौडऩे पर करीब 500 लीटर की खपत होती है। यानी एक माह में 15 हजार लीटर डीजल खर्च होता है। बसों के शॉर्ट रू ट करने से हिण्डौन डिपो में प्रतिमाह डीजल की बचने से करीब साढ़े नौ लाख रुपए की बचत होना संभावित है।
बचत से मिलेगी मजबूती
20 रुपए प्रतिकिलोमीटर से कम आय के मार्गों पर बसों का शॉर्ट रूट किया है। डीजल खपत के अलावा अन्य खर्चांे के बचत होने से हर माह करीब 10 लाख रुपए की बचत होगी। वहीं घाटे के मार्गों पर बसों का संचालन बंद होने से रोडवेजकर्मियों को भी राहत मिली है।
-भाईराम गुर्जर, कार्यवाहक मुख्य प्रबंधक,
हिण्डौन आगार, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम।
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