अश्वनी बताता है कि 3-4 साल संगीत सीखने के बाद भी कुछ समझ नहीं आने पर संगीत में स्नातक डिग्री करने के बाद संगीत छोडऩे का निर्णय किया लेकिन मेरी गुरु चांदनी सिन्हा ने मुझे संगीत में प्रयास करते रहने की प्रेरणा देते हुए मनोबल बढ़ाया। उन्होंने संगीत की बारीकियों से परिचित करवाया। अश्वनी ने 2014 में संगीत में स्नातक एवं 2016 में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त कर ली। इसके बाद २०१६ में केंद्रीय विद्यालय में संगीत शिक्षक की हुई परीक्षा में उसने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वह 2017 से केंद्रीय विद्यालय गांधीधाम गुजरात में संगीत शिक्षक है। इस सफलता के लिए अश्वनी अपने संगीत शिक्षक सत्यवती शर्मा, आरती भट्ट, मोहन नायक, पंडित राम अवतार को श्रेय देने के साथ माता पिता के आशीर्वाद को प्रमुख बताता है।