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इस काम में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से आगे है राजस्थान का यह शहर

locationकरौलीPublished: Jan 25, 2020 11:33:07 pm

Submitted by:

Anil dattatrey

This city of Rajasthan is ahead of Maharashtra and Madhya Pradesh in this work.
सरकारें अब दे रहीं ध्यान, हिण्डौन में एक वर्ष से बच्चे पढ़ रहे संविधान
 

इस काम में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से आगे है राजस्थान का यह शहर

267 सरकारी स्कूलों में 5 मिनट होता संविधान का पाठ

हिण्डौनसिटी. महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सरकारों ने स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ पढ़ाना भले ही अब अनिवार्य किया है, लेकिन राजस्थान के हिण्डौन उपखंड क्षेत्र के विद्यालयों में यह नियम एक वर्ष पहले ही लागू कर दिया गया। जिसके तहत क्षेत्र के 267 सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक दिन पांच मिनट संविधान का पाठ पढ़ाया जाता है।

शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार हिण्डौन ब्लॉक के प्रत्येक सरकारी विद्यालयों में प्रार्थना सभा के बाद छात्र-छात्राओं को संविधान का उद्देश्य एवं विशेषताओं के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके लिए पांच मिनट का समय भी निधारित किया हुआ है।
इतना ही नहीं विद्यालयों में हर सप्ताह संविधान आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती हैं। उल्लेखनीय है कि 21 जनवरी 2019 को उपखंड कार्यालय में हुई ब्लॉक स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक में तत्कालीन एसडीओ सुरेश कुमार बुनकर ने यह आदेश जारी किए थे।
इस पर समग्र शिक्षा अभियान के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कैलाशचंद मीणा ने क्षेत्र के 267 राप्रावि, राउप्रावि, रामावि व राउमावि के संस्था प्रधानों को आदेशों की पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए थे। इसके तहत संस्था प्रधान स्वयं विद्यालयों में संविधान का पाठ पढ़ाते हैं।
तय है समयबद्ध कार्यक्रम
एक वर्ष पहले हुई निष्पादन समिति की बैठक में विद्यालयों में संविधान का पाठ पढ़ाने का नियम लागू किया था। जो अनवरत जारी है। इसके लिए शिक्षा अधिकारियों ने विद्यालयों में संविधान के पाठ का समयबद्ध कार्यक्रम तय किया हुआ है।
कैलाशचंद मीना, सीबीईओ, हिण्डौनसिटी
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