रविवार सुबह इस सर्दी का सबसे घना कोहरा रहा। सूर्यदेव तारे की तरह टिमटिमाते रहे और सड़कों पर दूर से वाहनों की केवल हैडलाइट ही जलती नजर आ रही थी। रातभर बारिश की तरह ओस गिरने से सुबह भारी गलन रही। धूप तो निकली, लेकिन वह सर्दी से निजात नहीं दिला पाई। शाम चार बजे बाद लोगों को फिर सर्दी ने जकड़ लिया।
पेड़-पौधों पर ओस बनी बर्फ
तेज सर्दी के कारण ओस की बूंदे बर्फ बन गई। पार्क तथा अन्य जगह पेड़-पौधों पर ओस की बूंदे पतली परतनुमा बर्फ के रूप में जमी नजर आई। तेज सर्दी में लोगों की दिनचर्या बदली है।
तेज सर्दी के कारण ओस की बूंदे बर्फ बन गई। पार्क तथा अन्य जगह पेड़-पौधों पर ओस की बूंदे पतली परतनुमा बर्फ के रूप में जमी नजर आई। तेज सर्दी में लोगों की दिनचर्या बदली है।
फसल के लिए फायदेमंद
तेज सर्दी से फसलों में जान आ गई है। यह काफी फायदेमंद साबित हो रही है। कृषि जानकारों के अनुसार घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी में गेहूं, सरसों की पैदावार अच्छी रहती है। हालांकि सर्दी जरूरत से अधिक होने पर पाळा पडऩे की संभावना रहती है, जो नुकसानदायक है, लेकिन फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है। तापमान फसल के अनुकूल है।
तेज सर्दी से फसलों में जान आ गई है। यह काफी फायदेमंद साबित हो रही है। कृषि जानकारों के अनुसार घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी में गेहूं, सरसों की पैदावार अच्छी रहती है। हालांकि सर्दी जरूरत से अधिक होने पर पाळा पडऩे की संभावना रहती है, जो नुकसानदायक है, लेकिन फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है। तापमान फसल के अनुकूल है।