पुलिस को अनेक सवालों के जवाब खोजने है, इसके बाद ही बाप-बेटी की मौत के मामले के रहस्य से पर्दा उठेगा। सुरेश कोली घर से बेटी के साथ रवाना हुआ था, यह बात मृतक के चार साल के बेटे ने अपनी मां को बताई। इसके बाद ही दोनों की तलाश शुरू हुई। यदि पुलिस के अनुसंधान के अनुसार कर्ज से परेशान दर्जी ने बेटी की हत्या की तो उसने घर पर मौजूद चार साल के बेटे को कैसे छोड़ दिया, दूसरा सवाल घर से बेटी के साथ रवाना हुआ था, फिर कौनसे रास्ते से घर पहुंचा। क्योंकि घर में उसका ससुर व बेटा मौजूद था। इस घटना का ससुर व बेटे को पता क्यों नहीं चला। वह ससुर व बेटे को गुमराह कर अन्य रास्ते से घर पहुंचा तो कैसे। इसके अलावा इस बात का भी खुलासा होना है कि उस पर कितना कर्ज था, कर्ज देने वाले लोग कौन थे।
कपड़े सिलने का काम करता था
जानकारी के अनुसार मृतक निजी स्कूलों के छात्र-छात्राओं की यूनिफार्म सिलने का काम करता था। उसने अनेक स्कूलों से अनुबंध कर रखा था। बताया गया है कि सिले कपड़ों का भुगतान नहीं हो पाने से वह तनाव में रहता था। पिता के गायब होने की जानकारी उसके चाल साल के बेटे ने अपनी मां को दी। मां निजी स्कूल से नौकरी के बाद घर पहुंची तब चार साल का बेटा उसके नानाजी के साथ था, लेकिन बेटी व पति घर पर नहीं था। बेटे ने मां को बताया कि भोलू तो पापा के साथ गई हुई है। इसके बाद पीडि़ता ने पति व बेटी की तलाश शुरू की।