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कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लें संकल्प, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने एडीआर सेन्टर का किया लोकार्पण

locationकरौलीPublished: Mar 18, 2019 11:42:29 am

Submitted by:

Dinesh sharma

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कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लें संकल्प, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने एडीआर सेन्टर का किया लोकार्पण

करौली. राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं राज्य विधिक सेवा विधिक प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद रफीक ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या को खत्म करने के लिए महिलाओं को प्रण लेना होगा। वे बोले कि जीवन तभी है जब मातृशक्ति है।
यहां जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के नवनिर्मित भवन (एडीआर सेन्टर) के लोकार्पण समारोह में मोहम्मद रफीक ने कन्या भ्रूण हत्या को लेकर कहा कि इसे जड़ से समाप्त करने के लिए महिलाओं को ही आगे आना होगा।
हालांकि उन्होंने खुशी जताई कि पिछले वर्षों में चलाए गए अभियान से कन्या भ्रूण हत्या में कमी आई है। न्यायाधीश बोले कि आज महिलाएं समाज में किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं हैं। उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण के न्याय सभी के लिए की बात कहते हुए कहा कि प्रदेश में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ताल्लुका के माध्यम से आमजन को राहत मिली है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 2300 पैरालीगल वॉलंटियर्स तहसील-गांवों में जाकर विधिक सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा राज्य व केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए भी सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने लोक अदालतों के माध्यम से प्रकरणों के हो रहे निस्तारण पर भी खुशी जताई।
इससे पहले न्यायाधीश ने फीता काटकर और शिला पट्टिका का अनावरण कर भवन का लोकार्पण किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष व जिला व सेशन न्यायाधीश संगीता शर्मा ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण करौली की ओर से गत वर्ष किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही बताया कि आपसी सहमति से अनेक विवादों का निस्तारण होने से लोगों में समरसता बढ़ रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1997 में करौली के जिला बनने पर जिले में पांच न्यायालय संचालित थे, जिनकी संख्या अब 19 हो गई है। इस मौके पर उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को न्यायिक अधिकारियों के आवासों की कमी की समस्या से अवगत कराया।
समारोह में जिला कलक्टर नन्नूमल पहाडिया ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, लोक अदालतों के माध्यम से फायदा मिला है। न्याय प्रणाली में सभी का विश्वास बढ़ा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा यादव ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। एडवोकेट नवलकिशोर शर्मा ने अधिवक्ताओं को चैम्बर्स के अभाव में होने वाली परेशानी से अवगत कराया।
कार्यक्रम संचालन न्यायिक मजिस्ट्रेट जगमोहन अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव अशोक जैन सहित जिले के न्यायिक अधिकारी हेमराज गौड़, इन्दू पारीक, गजेन्द्रसिंह तेनगुरिया, रेखा यादव, विकास चौधरी, रविकांत जिंदल, राजेश मीना, रितू मीना, स्वाति परेवा, कान्ताकुमारी, राजीव दत्तात्रेय, अमित शर्मा, मनोजकुमार, विभा आर्य, जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा, बार संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, राजकीय अधिवक्ता संतोषसिंह, अधिवक्ता गोविन्द चतुर्वेदी, सुनील दत्त शर्मा, दयालसिंह गुर्जर, इमामुद्दीन खान, रामगिलास मीना सहित पैरालीगल वॉलेन्टियर्स, स्काउट-गाइड, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।

पर्यावरण का दिया संदेश
इस मौके पर नि:शब्द मुक बधिर स्कूल एकट बोध ग्राम के बच्चों ने नाट्य मंचन के माध्यम से पेड़ बचाने का संदेश दिया। वहीं लोक हितकारी स्कूल व राउमावि के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।

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