ऐसे समय में कुछ जगहों पर सरकार ने ध्यान भी दिया, लेकिन फिर भी प्यास बुझाने में असफल रही है। बीसलपुर पेयजल योजना का पानी उपलबध कराने को लेकर एक वर्ष पूर्व अलग-अलग स्थानों पर करीब 15 पानी के प्वाइंट बनाए गए, लेकिन सिरोही में आज तक इन प्वाइंट से पानी की बंूद तक नहीं आई।
करौली, हिंडौन व सिरोही के गांवों में जैसे—तैसे निकल रहा पानी पीने योग्य नहीं है। फ्लोराइडयुक्त पानी के सेवन से ग्रामीणों में दांत खराब होना, पीला पडऩा, दांतों में दर्द, महिलाओं के घुटने जाम होना, बालों का पकना आदि बीमारियों हो रही हैं। इसके अलावा इस पानी के सेवन से पशुओं में भी बीमारियों के लक्षण दिख रहे हैं।
करौली में कई स्थानों पर तापमान 47 से भी ज्यादा चला गया तो लोग घरों में ही झुलसने लगे। एक तो पीने का पानी नहीं और उूपर से भीषण गर्मी से भी लोग बेहाल हो गए हैं।
तेज गर्मी के कारण बिजली-पानी का संकट बढ़ रहा है, वहीं अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। पानी की समस्या के सम्बन्ध में मीरापुरा और करनपुर में लोगों ने नीचे से लेकर ऊपर तक सभी जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन इसका आज तक निराकरण नहीं हुआ।
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