पटोंदा निवासी प्रेम सिंह , हेम सिंह, धर्म सिंह, राजकुमारी, शीला, रमेश, सुमन, प्रदीप आदि ने बताया कि विभाग द्वारा जलयोजना के तहत एक करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से तीन टंकियां बना दी गई। साथ ही चार नलकूप खोद पाइप लाइन भी बिछाई गई। लेकिन टंकियों में जलभराव नहीं होने से ग्रामीणों को पीने के पानी का संकट झेलना पड़ रहा है। कस्बे प्रमुख मोहल्ले, श्याम नगर, जाटव बस्ती, रेलवे स्टेशन बजरिया, कोली पाड़ा, मंदिर क्षेत्र के लोगों को गर्मी में रोजमर्रा के लिए पानी जुटाने के भटकना पड़ता है।
कार्मिक नदारद, नलकूप ठप –
ग्राम पंचायत व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा सरकारी नलकूपों से चलाकर टंकियों में जलभराव के लिए एक कार्मिक लगाया हुआ है। कार्मिक के कार्यस्थल पर नहीं आने से नलकूपों के संचालन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में टंकियां प्राय खाली रहती हैं।
ग्राम पंचायत व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा सरकारी नलकूपों से चलाकर टंकियों में जलभराव के लिए एक कार्मिक लगाया हुआ है। कार्मिक के कार्यस्थल पर नहीं आने से नलकूपों के संचालन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में टंकियां प्राय खाली रहती हैं।
टंकी से खोल लिए पाइप-
टंकियों में पाइपों में लगे नलों को समाजकंटक खोल ले गए। जिससे टंकियां रीति पड़ी हुई हैं। इस बारे में ग्रामीणों ने सरपंच एवं संबंधित अभियंताओं को कई बार अवगत कराया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि दो दिन में टंकियों में जलभराव नहीं हुआ तो हिण्डौन पहुंच जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।
टंकियों में पाइपों में लगे नलों को समाजकंटक खोल ले गए। जिससे टंकियां रीति पड़ी हुई हैं। इस बारे में ग्रामीणों ने सरपंच एवं संबंधित अभियंताओं को कई बार अवगत कराया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि दो दिन में टंकियों में जलभराव नहीं हुआ तो हिण्डौन पहुंच जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा।