देखते-देखते कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरा ट्रक जलकर खाक हो गया। ट्रक में रखी एक लाख रुपए की नकदी भी जल गई। धूं-धूं कर जलते ट्रक को देख लोगों में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ तो जमा हुई, लेकिन आग की उठती लपटों के कारण आग बुझाने तक के प्रयास सफल नहीं हो सके।
सूचना पर बिजली बंद कराई गई, वहीं मौके पर थानाधिकारी रघुवीर सिंह पहुंचे। ट्रक चालक रामअवतार माली ने बताया कि वह ईंटो को उतार कर तालाब की पाल से होकर निकल रहा था। शमशान घाट के पास से गुजर रही झूलती 11 केवी विद्युत लाइन के तारों से उलझने पर स्पार्किंग होकर तीनों तार टूटकर गिर पड़े, उनसे निकली चिंगारियों से टायरों ने आग पकड़ ली।
आग की लपटें बढ़ती हुई डीजल टैंक तक पहुंच गई, जिससे पूरा ट्रक धूं-धूं कर जल उठा। इस दौरान डीजल टैंक से तेज धमाकों की आवाज आती रही, जिससे आसपास के लोग सहम गए।
चालक के अनुसार ईंट खाली कर ईंटो की रकम एक लाख रुपए नगद व गाड़ी के मूल कागजात गाड़ी में ही रखे थे वह भी जल गए। हादसे के दौरान ट्रक चालक व खल्लासी के साथ तीन- चार मजदूर भी बैठे थे, जिन्होंने कूदकर जान बचाई।
समीप में थे पेट्रोल पम्प
घटना स्थल चम्बल मार्ग तालाब की पाल से करीब पचास से सौ मीटर के दायरे में थी। समीप ही दो पेट्रोल पम्प भी हैं। बिजली के तारों सहित पोल के गिर जाने से लोग करंट के डर से आग बुझाने नहीं पहुंच सके। बिजली बंद होने के बाद ल्हौबा पट्रोल पम्प संचालक घनश्याम मीना ने सिलेंडर की मदद से आग बुझाने के काफी प्रयास किए, लेकिन लपटें इतनी तेज थी नहीं बुझ पाई । वहीं दमकल भी नहीं पहुंची।
घटना स्थल चम्बल मार्ग तालाब की पाल से करीब पचास से सौ मीटर के दायरे में थी। समीप ही दो पेट्रोल पम्प भी हैं। बिजली के तारों सहित पोल के गिर जाने से लोग करंट के डर से आग बुझाने नहीं पहुंच सके। बिजली बंद होने के बाद ल्हौबा पट्रोल पम्प संचालक घनश्याम मीना ने सिलेंडर की मदद से आग बुझाने के काफी प्रयास किए, लेकिन लपटें इतनी तेज थी नहीं बुझ पाई । वहीं दमकल भी नहीं पहुंची।