70 कार्मिकों ने 31 प्वांइटों पर की गिनती
करौली. वैशाख शुक्ल पूर्णिमा की धवल चांदनी रोशनी के बीच जिले में वन विभाग की ओर से वन्य जीवों की वाटर हॉल पद्धति से गणना की गई। वाटर पॉइंटों पर तैनात वनकर्मियों ने 24 घण्टे की अवधि तक जंगल में वन्य जीवों को निहारते हुए उनकी गणना की। वन विभाग की ओर से वन्य जीवों की वार्षिक गणना के तहत पूर्णिमा पर हुई।
वन विभाग के उपवन संरक्षण सुमित बंसल ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह 8 बजे तक वन्य जीवों की वार्षिक गणना की गई। इस दौरान जिले के प्राकृतिक एवं कृत्रिम 31 जल स्रोतों पर गणना के लिए 70 वनकर्मियों को तैनात किया गया। वनकर्मियों ने मचान बनाकर एवं पेड़ों की डालियों पर बैठकर कार्मिकों ने वन्य जीवों की गणना की। इस दौरान जंगल में विभिन्न प्रकार के वन्य जीव नजर आए।
जंगल में बढ़े वन्यजीव, गणना हुई पूरी
गुढ़ाचंद्रजी. गुढ़ाचंद्रजी वन क्षेत्र में वैशाखी पूर्णिमा पर वाटरहाल पर हुई वन्यजीव गणना में वन्यजीवों की संख्या बढ़ी है। 2 वर्ष पहले हुई वन जीव गणना में 600 वन्य जीव पानी पीने आए थे। इस साल इनकी संख्या गणना में 824 तक पहुंची है। क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह आठ बजे तक वन्यजीव गणना की गई। वन क्षेत्र में गिदानी तलाई सहित सोण की डूंगरी, माताजी का बाग आमका जाहिरा, गढ़मोरा में कुंड के पास वन्यजीवों की गणना की। इस दौरान कई वन्यजीव ने तो अपनी आवाज से उपस्थिति दर्ज कराई। उल्लेखनीय है कि करीब 12 हजार 536.191 वर्ग हैक्टेयर भूमि में फैले गुढ़ाचंद्रजी वन क्षेत्र में गुढ़ाचंद्रजी सहित गढ़मोरा, टोडाभीम, बालघाट नाका आता है। क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि वन्यजीवों की गणना का कार्य पूरा होने पर इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जो मुख्यालय भेजी जाएगी। इस दौरान जरख, सियार, रोजडे, जंगली सूअर, मोर, भेडिय़ा, कबर बिज्जू आदि की गणना की गई। गौरतलब है कि बुद्ध पूर्णिमा पर वन विभाग की ओर से क्षेत्र के वन्य जीवों की गणना करवाई जाती है।
गुढ़ाचंद्रजी. गुढ़ाचंद्रजी वन क्षेत्र में वैशाखी पूर्णिमा पर वाटरहाल पर हुई वन्यजीव गणना में वन्यजीवों की संख्या बढ़ी है। 2 वर्ष पहले हुई वन जीव गणना में 600 वन्य जीव पानी पीने आए थे। इस साल इनकी संख्या गणना में 824 तक पहुंची है। क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह आठ बजे तक वन्यजीव गणना की गई। वन क्षेत्र में गिदानी तलाई सहित सोण की डूंगरी, माताजी का बाग आमका जाहिरा, गढ़मोरा में कुंड के पास वन्यजीवों की गणना की। इस दौरान कई वन्यजीव ने तो अपनी आवाज से उपस्थिति दर्ज कराई। उल्लेखनीय है कि करीब 12 हजार 536.191 वर्ग हैक्टेयर भूमि में फैले गुढ़ाचंद्रजी वन क्षेत्र में गुढ़ाचंद्रजी सहित गढ़मोरा, टोडाभीम, बालघाट नाका आता है। क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि वन्यजीवों की गणना का कार्य पूरा होने पर इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जो मुख्यालय भेजी जाएगी। इस दौरान जरख, सियार, रोजडे, जंगली सूअर, मोर, भेडिय़ा, कबर बिज्जू आदि की गणना की गई। गौरतलब है कि बुद्ध पूर्णिमा पर वन विभाग की ओर से क्षेत्र के वन्य जीवों की गणना करवाई जाती है।