मामले में मृतक के बड़े भाई राजेश गुर्जर ने चांवडपुरा निवासी अशोक, ताली निवासी अमृत व नीमरीपुरा निवासी खुशीराम को नामजद करते हुए तीन-चार अन्य लोगों पर विष्णु की बेरहमी से मारपीट कर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सुबह जाम लगाए जाने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। एएसपी प्रकाशचंद ने देवलेन मोड पहुंच जाम खुलवाया। साथ ही डीएसपी किशोरी लाल, नई मंडी थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद जाटव, कोतवाली थाना प्रभारी वीरसिंह गुर्जर, श्रीमहावीर जी थाना प्रभारी धर्मसिंह गुर्जर के अलावा जिला पुलिस की स्पेशल टीम भी अस्पताल परिसर में मौजूद रही। मेडीकल बोर्ड में शामिल डॉ. ओपी मीणा, डॉ. जेपी मीणा, डॉ. रामराज मीणा, डॉ. दीपक चौधरी व डॉ. पुष्पेन्द्र गुप्ता ने शव का पोस्टमार्टम किया।
परिजनों ने बताया कि आरोपियों ने आठ दिन पहले मृतक विष्णु के भाई की आंखों में मिर्ची पाऊडर झोंककर हमले का प्रयास किया था। इसकी रिपोर्ट पीडित परिवार की ओर से बालघाट थाने पर दी गई थी। लेकिन आरोपियों के दबाव और मिलीभगत के चलते पुलिस ने ना तो परिवाद दर्ज किया और ना ही कोई कार्रवाई की। इससे बेखौफ आरोपियों ने विष्णु की हत्या कर डाली। मृतक के परिजनो ने बालघाट थानाप्रभारी समेत दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।