जानकारी के मुताबिक यूपी के शामली जिले का कमालपुर गांव करनाल जिले की सीमा के समीप लगता है। शराब के सेवन से गम्भीर हालत में पहुंचे लोगों में 6 को करनाल में निजी अस्पतालों में दाखिल कराया, जिनकी हालत नाजुक है। इनमें मोरध्वज, संतलाल, चंद्रपाल, संजीव, रोशन व राजबीर शामिल हैं। जहरीली शराब पीने से इस गांव के राजकुमार, धर्मपाल, इंद्र, संजय व जोगा सिंह की मौत हो चुकी है। जोगा सिंह अवैध कच्ची शराब की बिक्री किया करता था।
ग्रामीणों ने बताया कि 20 अगस्त की शाम जोगा सिंह के पास लोग शराब पीने गए थे। कई सालों से गांव में अवैध कच्ची शराब की बिक्री हो रही है। गांव में अब भी तीन लोग ऐसे हैं, जो अवैध शराब बेचते हैं। जिन पर कभी पुलिस प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। बताते है कि सोमवार की शाम ग्रामीणों ने शराब पी तो एक के बाद एक करके करीब 50 लोगों की तबीयत बहुत खराब हो गई। जिनमें से पांच मौत का शिकार हो गए। छह करनाल में दाखिल हैं तो दस को बुधवार को शामली स्वास्थ्य विभाग ने गांव में जांच के बाद अस्पताल उपचार के लिए भेजा। करनाल में उत्तरप्रदेश पुलिस की टीम बुधवार सुबह से शाम तक डटी रही। एक निजी अस्पताल में दाखिल तीन लोगों की हालत पर उनकी नजर रही। मरीजों की हालत गंभीर है। जिस कारण ग्रामीण चिंतित दिखाई दिए। शामली जिले के तहसीलदार व सिविल सर्जन ने करनाल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। ग्रामीणों ने बताया कि दस लोगों को बुधवार को शामली में उपचार के लिए भेजा गया है।
हैरान कर देने वाली बात तो कमालपुर गांव निवासी चंद्रपाल के भाई अमित कुमार ने बताया कि जहरीली शराब ने कई परिवारों को उजाड़ कर रख दिया। गांव में बिक रही कच्ची शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से 30 लोग बीमार है। इस घटना के बाद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम छापेमारी कर रही है। इस घटना के बाद करनाल पहुंचे उत्तरप्रदेश के पुलिसकर्मी अजय कसान का कहना है कि इस मामले में पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। जहां पर इस तरह कच्ची शराब बेचने की सूचना मिल रही है, वहां पर छापेमारी की जा रही है।