करनालPublished: Mar 14, 2020 06:00:07 pm
Chandra Prakash sain
कहा कि पहले ही कई स्कूलों का परिणाम जीरो रहा
1.40 लाख शिक्षा मित्रों का मानदेय तो हुआ जारी, लेकिन फिर भी फीकी रहेगी होली, बड़ा झटका
चंडीगढ़. हरियाणा बोर्ड परीक्षाओं में नकल को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है। सरकार दावा कर रही थी, नकल रहित परीक्षाओं का। मगर नकल रोकना तो दूर की बात बोर्ड कक्षाओं के पेपर भी धड़ाधड़ लीक हो रहे हैं। लिहाजा पेपर लीक और नकल के मामले में सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इसी मुद्दे पर ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय चौटाला ने सराकार को घेरा।
अभय चौटाला ने कहा कि पहले ही कई स्कूलों का परिणाम जीरो रहा है। आठवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा न करवाने से विद्यार्थियों की नींव कमजोर होती गई और सभी को पास कर देने से बड़ी कक्षाओं में पास होने के लिए नक़ल का सहारा लेना पड़ रहा है। अब शिक्षकों को ड्यूटी से हटाने से शिक्षा में सुधार की गुंजाइश नहीं। नकलचियों पर केस दर्ज करवाना समस्या का हल नहीं। बोर्ड को परीक्षा से पहले ही प्रत्येक परीक्षा सेंटर में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति करनी चाहिए थी। हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं व 12वीं कक्षा में बड़े स्तर पर स्कूलों में नकल का मुद्दा हरियाणा शिक्षा बोर्ड की गले की फांस बनता जा रहा है। शिक्षा में सुधार तो क्या होना था दसवीं और बारहवीं कक्षा के पेपर दस मिनट में वाट्सअप पर बाहर बैठे नकल करवाने वालों के पास पहुंचना चिंता का विषय है। हरियाणा शिक्षा बोर्ड की तब नींद खुली जब सारे पेपर बाहर बैठे नकल करवाने वालों के पास पहुंच गए।
इनेलो नेता ने कहा कि बोर्ड के अधिकारियों व शिक्षकों को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि बिना सहयोग के इतने बड़े स्तर पर नकल का प्रचलन संभव नहीं। बड़ी अजीब बात है कि जिन गांवों के परीक्षा केंद्रों में नकल चली है, बोर्ड उन गांवों के सरपंचों को निलंबित करने की बात कह रहा है। परीक्षा केंद्रों में मोबाइल किस तरह व कौन लेकर गया। परीक्षा केंद्र के स्टाफ के सहयोग के बग़ैर किसी की हिम्मत है कि पेपर की फोटो कॉपी करके बाहर भेजी जाती।
इनेलो नेता ने कहा कि सरकार को बोर्ड के अध्यक्ष व सचिव पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। जिन शिक्षकों की परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी थी उन पर प्रशासनिक कार्रवाई करनी बनती है। शिक्षा मंत्री को इस मामले में तुरंत दखलंदाजी करके शिक्षा के गिरते स्तर के सुधार के लिए नीति बनाकर शिक्षा में सुधार के प्रयास करने चाहिए वरना ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के गिरते स्तर के दुष्प्रभाव से बचों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।