वर्तमान में प्रदेश में लगभग 56 लाख उपभोक्ता हैं। हरियाणा में अभी तक वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार मीटर रीडर निर्धारित समय पर मीटर की रीडिंग लेकर जाता है और बाद में उपभोक्ताओं को बिल भेज दिए जाते हैं। प्रदेश में बिजली के बिलों को लेकर अक्सर उपभोक्ताओं तथा निगम कर्मियों के बीच विवाद होता रहता था। उपभोक्ताओं द्वारा मीटर रीडर पर गलत रीडिंग लेने, बिना किसी कारण के अवरेज बिल बनाने, खप्त से अधिक बिजली के आंकड़े दर्शाने आदि जैसे आरोप लगाए जाते रहे हैं।
प्रदेश में आए दिन हजारों की संख्या में ऐसे केस भी आते हैं जब उपभोक्ता अपने बिजली के बिल सही करवाने के लिए निगम के दफ्तरों के चक्कर काटते हैं। इस विवाद को सुलझाने के लिए बिजली निगम द्वारा कुछ समय पहले ऑन स्पॉट बिलिंग का पायलट प्रोजैक्ट कालका से शुरू किया गया था। जिसके आशातीत परिणाम आने के बाद इसका रिव्यू किया जा रहा है। लेकिन ऑन स्पॉट बिलिंग प्रणाली के माध्यम से मीटर रीडर उपभोक्ता के सामने उसके मीटर की रीडिंग लेकर मशीन में फीड करेगा।
उपभोक्ता की संतुष्टी के बाद उसे वहीं पर प्रिंट निकालकर बिल दे दिया जाएगा। इसमें गलत रीडिंग जैसा कोई विवाद नहीं होगा। विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी जिलों से शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं की एक रिपोर्ट मांगी गई है। कालका में भी इस पायलट प्रोजैक्ट का शहरी क्षेत्र में ही ट्रायल लिया गया है।
इस बारे में संपर्क करने पर हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि कालका में ऑन स्पॉट बिल दिए जाने की योजना को अधिकारियों ने सफल बताया है। मैं इसका बारीकी से अध्यन कर रहा हूं। अधिकारियों का दावा है कि योजना कारगर सिद्ध हुई है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद इसे चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के अन्य जिलों में लागू किया जाएगा।