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कांग्रेस विधायक दलाल के आरोप के बाद प्रति किलोमीटर बस किराया योजना की समीक्षा में जुटी हरियाणा सरकार

locationकरनालPublished: Dec 27, 2018 05:16:56 pm

कांग्रेस विधायक करण दलाल ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इस योजना को घोटाला करार देते हुए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी…

(चंडीगढ,करनाल): हरियाणा की भाजपा सरकार की रोडवेज के बेडे में निजी बसों को शामिल करने की योजना की अब फिर से समीक्षा की जा रही है। पलवल से कांग्रेस विधायक करण दलाल ने इस योजना पर सवाल खडे करते हुए कहा था कि यह सालाना 147 करोड रूपए का घोटाला है क्योंकि अन्य राज्यों के मुकाबले राज्य सरकार निजी बस आॅपरेटरों को प्रति किलेमीटर अधिक किराया देने जा रही है।

 

कांग्रेस विधायक करण दलाल ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इस योजना को घोटाला करार देते हुए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। दलाल ने मंगलवार को पत्रकारवार्ता में सारा मामला रखा था। इसके बाद बुधवार को परिवहन मंत्री कृृष्णलाल पंवार ने मुख्यमंत्री के साथ इस योजना पर विचार किया। इसके बाद अधिकारियों को योजना की एक बार फिर समीक्षा करने के आदेश दिए गए।

 

परिवहन मंत्री पंवार ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हालांकि कांग्रेस विधायक करण दलाल की आदत आरोप लगाते रहने की है लेकिन आम लोगों की सुविधा के लिए प्रति किलोमीटर संचालन दर पर निजी बसें किराए पर लेने की योजना पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की गई और अधिकारियों को इसकी समीक्षा के आदेश दिए गए है। उन्होंने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस योजना के तहत मंजूर किए गए 190 टेण्डरों पर स्टे किया था। मुख्यमंत्री के साथ इस बारे में समीक्षा की गई है और सरकार की ओर से हाईकोर्ट में जवाब पेश किया जाएगा। सरकार दोबारा टेण्डर आमंत्रित करने को भी तैयार है।

 

उन्होंने बताय कि परिवहन विभाग ने 510 निजी बसें किराए पर लेने के लिए एग्रीमेंट किया था। टेण्डर में प्रति किलोमीटर बस संचालन लागत 31से 37 रूपए तक आयेगी। सरकार इसके साथ कण्डक्टर,टाॅल और परमिट फीस के खर्च भी देगी। इसके बाद भी परिवहन विभाग द्वारा प्रति किलोमीटर बस संचालन का खर्च ज्यादा है। परिवहन विभाग का खर्च प्रति किलोमीटर 49 से 51 रूपए तक आता है। उन्होंने बताया कि अब 190 बसों के लिए टेण्डर फिर से आमंत्रित करने की योजना है।

प्रदेश में सडक सुरक्षा को मजबूत करने के मुद्ये पर परिवहन मंत्री ने कहा कि देशभर में सालाना पांच लाख सडक दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें डेढ लाख लोगों की मौत हो जाती है। हरियाणा में सालाना ग्यारह हजार दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें आधे लोग मर जाते है। इनमें 34 फीसदी युवा जान गंवाते है। इसलिए प्रदेश में सडक सुरक्षा मजबूत की जा रही है। जिलो में ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जा रहे है। वाहनों के चालान से मिलने वाला आधा पैसा सडक सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा।

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