इस मामले को लेकर शनिवार को सिख समुदाय की बैठक करनाल में हुई जिसमें हरियाणा समेत कई राज्यों की सिख संगत के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सिख प्रतिनिधियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के डाचर गुरूद्वारा जाने का कार्यक्रम ऐनवक्त पर रद्य करने पर नाराजगी जताई और भाजपा सरकार का पूर्ण रुप से बायकॉट करने का फैसला लिया। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि किसी भी गुरुद्वारे के कार्यक्रम में अब भाजपा के किसी नेता को नहीं बुलाया जाएगा और ना ही उन्हे किसी प्रकार का कोई सम्मान दिया जाएगा।
मीडिया से बातचीत करते हुए सिख जत्थेबंदियों के नंताओं और सिख संतों ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरु साहिब का निरादर किया है। पहले एक फोटो की वजह से नहीं आए और अब समय देने के बावजूद भी नहीं आए। इसी को लेकर सिखों में मुख्यमंत्री के खिलाफ रोष है। सिख प्रतिनिधियों ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी विधायक बख्शीश सिंह विर्क विधानसभा से इस्तीफा दे दें नहीं तो सिख समाज विर्क का भी बायकॉट करेगी और उनसे कोई भी बातचीत नहीं करेगा।