हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि आधार की तरह सरकार ने अब प्रदेश में रहने वाले परिवारों को पहचान-पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। यह पहचान-पत्र राशन कार्ड से अलग होंगे। हर छोटे-बड़े परिवार का कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए 31 मार्च तक प्रदेशभर के सभी परिवारों का डॉटा एकत्रित किया जाएगा। वर्तमान में सरकार लगभग 28 लाख परिवारों का डाटा जुटा चुकी है। राज्य में 52 से 55 लाख परिवार हैं।
सदन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल जब यह घोषणा कर रहे थे तो कांग्रेस विधायक एवं पूर्व स्पीकर डॉ.रघुबीर सिंह कादियान ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी आपका तो परविार है नहीं। फिर आपका को आधार कार्ड से ही काम चल जाएगा। अपने जवाबी हमले में सीएम ने कहा, आप मेरे परिवार की चिंता मत करें। प्रदेश के ढाई करोड़ लोग मेरा परिवार हैं। मैं ढाई करोड़ लोगों की चिंता करता हूं, अपनी नहीं। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी द्वारा उठाए गए सवाल पर सीएम ने कहा कि यह फेमिली पहचान-पत्र राशन कार्ड से बिल्कुल अलग होगा।
कैसा होगा फेमिली कार्ड
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि इस पहचान-पत्र में परिवार के सभी सदस्यों के साथ-साथ उनके व्यवसाय सहित तमाम जानकारी सरकार के पास उपलब्ध रहेगी। ऐसी में परिवारों के लिए नई योजनाएं शुरू करने और मौजूदा योजनाओं का हर किसी तक लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा, यह एक तरह से रियल टाइम जनगणना जैसा काम होगा। डाटा एकत्र एकत्र होने के बाद सभी परिवारों का अलग नंबर होगा और उनका अपना पहचान-पत्र होगा।