हरियाणा का युवा तेजी से नशे की चपेट में
पूर्व सांसद व सीडब्ल्यूसी के सदस्य दीपेन्द्र ङ्क्षसह हुड्डा कहा कि हरियाणा में नशे का कारोबार पहले ही तेजी से फल-फूल रहा है। इसकी पुष्टि एनसीआरबी रिपोर्ट ने भी की है। हालांकि सरकार को इस बात की कोई चिंता नहीं है। उसे तो बस राजस्व चाहिए। इसकी परिणाम समाज के लिए घातक होंगे।
दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, पूर्व सांसद
युवाओं को रोजगार चाहिए, नशा नहीं
यह सरकार युवाओं को तबाह करने पर तुली हुई है। रोजगार देने के बजाए युवाओं को नशे की राह पर धकेला जा रहा है। नई आबकारी नीति ऐसी ही है। समझना होगा कि यह सरकार युवाओं के साथ किस तरह खिलवाड़ कर ही है। रोजगार तेजी से कम हो रहा है, लेकिन किसी का ध्यान नहीं है। अब क्या सरकार के पास सिर्फ शराब की बिक्री बढ़ा कर रेवेन्यु जुटाना है।
कुमारी शैलजा, प्रदेशाध्यक्ष, कांगे्रस
यूं नशा मुक्त होगा समाज: गीता भुक्कल
कांग्रेस नेत्री पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि एक ओर तो सरकार समाज को नशा मुक्त करने का दावा करती है और नशे जैसी बुराई को खत्म करने की बात करती है। वहीं दूसरी ओर नशे की बिक्री बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। सरकार का यह विरोधाभास इससे भी साबित होता है कि सरकार की कथनी-करनी में फर्क है।
युवाओं को नशे में झोंक रही गठबंधन सरकार
नई आबकारी नीति घर-घर में ठेके खोलने का काम करेगी। यह जनविरोधी नीति फौरन वापिस होनी चाहिए। कांग्रेस सरकार की नीति हरियाणा के युवाओं को खिलाड़ी बनाने की थी लेकिन मौजूदा सरकार की नीति उन्हें नशेड़ी बनाने की है। नयी आबकारी नीति से प्रदेश में नशे को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने चिंता जताई कि हरियाणा के युवाओं को भी पंजाब की तरह नशे में झोंका जा रहा है। यह युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, पूर्व सीएम, हरियाणा