अब किसी को नहीं देंगे विदेश जाने की सलाह
विदेश में फंसे भारतीय नौजवान जब चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उतरे तो उनकी आंखों में आंसू थे। दुबई से लौटे पंजाब के रूपनगर जिला निवासी मिंटू, अमृतसर निवासी जोबनजीत सिंह, मुकेरियां निवासी जोरावर, हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला निवासी रिंकू शुभम व पवन तथा करनाल निवासी इंद्रजीत व दिल्ली निवासी पुनीत ने बताया कि विदेश में जाकर पैसे कमाने की चाहत में उन्होंने अपना सबकुछ गंवा दिया है। उनके साथ वहां क्या हुआ इसके बारे में परिजनों को भी अभी पूरी तरह से नहीं बताया गया है। नौजवानों ने कहा कि अब वह भविष्य में किसी को भी दोबारा विदेश जाने की सलाह नहीं देंगे।
पांच नौजवानों को ओबराय देंगे नौकरी
विदेश में फंसे हरियाणा व पंजाब के नौजवानों को वापस लेकर आने वाले एसपी सिंह ओबराय ने बताया कि भले ही यह नौजवान विदेश से वापस आ गए हैं लेकिन इनमें से पांच नौजवानों को वह अपनी दुबई की कंपनी में नौकरी देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए इनके माता-पिता की सहमति ली जाएगी। उसके बाद वह अपनी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी देने को तैयार हैं।
अब चलेगा का 21 की वतन वापसी का अभियान
अब तक हजारों युवाओं को ब्लड मनी देकर छुड़वा चुके एस.पी. सिंह ओबराय ने बताया कि उन्हें कुल 29 नौजवानों ने संपर्क किया था। जिनमें ज्यादातर हरियाणा व पंजाब के हैं। जांच करने पर केवल आठ नौजवानों के ही दस्तावेज सही मिले। जिन्हें आज यहां पहुंचाया जा चुका है। ओबराय ने बताया कि वह 21 नौजवानों के रहने व ठहरने का प्रबंध करके आए हैं। वापस जाकर वह हरियाणा व पंजाब के उन नौजवानों को भारत लाने के लिए प्रयास शुरू करेंगे।
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