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जमीन बेची, घर गिरवीं रखा फिर भी विदेश में नहीं मिली शरण

locationकरनालPublished: Feb 15, 2020 06:05:51 pm

छह माह बाद लौटे हरियाणा व पंजाब के आठ नौजवानएसपी सिंह ओबराय ने अपने खर्च पर परिजनों को मिलवाया

जमीन बेची, घर गिरवीं रखा फिर भी विदेश में नहीं मिली शरण

जमीन बेची, घर गिरवीं रखा फिर भी विदेश में नहीं मिली शरण

चंडीगढ़. दुबई जाकर पैसे कमाने की चाहत में परिजनों ने कर्ज लिया,जमीन तक गिरवीं रख दी गई। इसके बावजूद नौकरी मिलना तो दूर दुबई जाकर खाना खाने को भी तरस गए। यह कहानी है पिछले छह माह से दुबई में फंसे हरियाणा व पंजाब के उन युवाओं को जो शनिवार को वहां से सकुशल भारत लौटे हैं। सरबत का भला चैरीटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन एवं दुबई में बसे प्रसिद्ध कारोबारी एसपी सिंह ओबराय के प्रयासों से आठ नौजवान शनिवार को चंडीगढ़ पहुंचे। जहां से उन्हें उनके पैतृक शहरों के लिए रवाना किया गया।
पंजाब व हरियाणा के अलग-अलग शहरों से संबंधित आठ नौजवान शनिवार को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचे तो उनके परिजन वहां पहले से ही उन्हें लेने के लिए मौजूद थे। एसपी सिंह ओबराय ने बताया आज जिन नौजवानों को दुबई से सकुशल वापस लाया गया है उनमें हरियाणा के कुरूक्षेत्र व करनाल जिलों के चार, एक नौजवान पंजाब के अमृतसर, एक रोपड़ तथा एक होशियारपुर व एक दिल्ली का रहने वाला है।
ओबराय ने बताया कि उक्त सभी नौजवानों को दुबई की एक सिक्योरिटी कंपनी ने नौकरी का झांसा देकर बुलाया था। यह सभी पिछले साल अक्तूबर व नवंबर माह के दौरान गए थे। वहां जाने पर पता चला कि कंपनी बंद हो चुकी है। जिसके चलते इन्हें वेतन भी नहीं मिला। इन नौजवानों को वहां खाने तक की मुश्किलें हो रही थी। इन नौजवानों ने जब ओबराय के साथ संपर्क किया तो उन्होंने इनके रहने का प्रबंध करते हुए भारत वापसी की व्यवस्था की। इन सभी नौजवानों को आज उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।

अब किसी को नहीं देंगे विदेश जाने की सलाह

विदेश में फंसे भारतीय नौजवान जब चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उतरे तो उनकी आंखों में आंसू थे। दुबई से लौटे पंजाब के रूपनगर जिला निवासी मिंटू, अमृतसर निवासी जोबनजीत सिंह, मुकेरियां निवासी जोरावर, हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला निवासी रिंकू शुभम व पवन तथा करनाल निवासी इंद्रजीत व दिल्ली निवासी पुनीत ने बताया कि विदेश में जाकर पैसे कमाने की चाहत में उन्होंने अपना सबकुछ गंवा दिया है। उनके साथ वहां क्या हुआ इसके बारे में परिजनों को भी अभी पूरी तरह से नहीं बताया गया है। नौजवानों ने कहा कि अब वह भविष्य में किसी को भी दोबारा विदेश जाने की सलाह नहीं देंगे।


पांच नौजवानों को ओबराय देंगे नौकरी
विदेश में फंसे हरियाणा व पंजाब के नौजवानों को वापस लेकर आने वाले एसपी सिंह ओबराय ने बताया कि भले ही यह नौजवान विदेश से वापस आ गए हैं लेकिन इनमें से पांच नौजवानों को वह अपनी दुबई की कंपनी में नौकरी देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए इनके माता-पिता की सहमति ली जाएगी। उसके बाद वह अपनी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी देने को तैयार हैं।

अब चलेगा का 21 की वतन वापसी का अभियान
अब तक हजारों युवाओं को ब्लड मनी देकर छुड़वा चुके एस.पी. सिंह ओबराय ने बताया कि उन्हें कुल 29 नौजवानों ने संपर्क किया था। जिनमें ज्यादातर हरियाणा व पंजाब के हैं। जांच करने पर केवल आठ नौजवानों के ही दस्तावेज सही मिले। जिन्हें आज यहां पहुंचाया जा चुका है। ओबराय ने बताया कि वह 21 नौजवानों के रहने व ठहरने का प्रबंध करके आए हैं। वापस जाकर वह हरियाणा व पंजाब के उन नौजवानों को भारत लाने के लिए प्रयास शुरू करेंगे।
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