केंद्र की है योजना
कुंवारों की शादी कराने की योजना दरअसल केंद्र सरकार की है। केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इस योजना को क्रियान्वित कर रहा है। यह योजना ज्यादा प्रचारित नहीं है। इसे अब हरियाणा सरकार ने लागू किया है। इसके लिए एक ग्रामीण मेट्रोमोनी (मिलन) पोर्टल शुरू किया है। इस मिलन योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में खुले अटल सेवा केंद्र व अन्य कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर रजिस्ट्रेशन करवाकर मनपंसद वर वधू की तलाश की जा सकती है।
रजिस्ट्रेशन कराना होगा
पंजीकरण के लिए साइट पर क्लिक करना होगा। इसके पंजीकरण के लिए यूजर आईडी बनानी होगी। जिसे पंजीकरण करवाना है, उसके मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इसके बाद आवेदक युवक-युवती प्रोफाइल देख सकेंगे। मिलन पोर्टल पर पंजीकरण करते समय युवक या युवती को अपना एक फोटो देना पड़ेगा, जो प्रोफाइल में दिखेगा। साथ ही पांच एमबी की एक वीडियो भी अपलोड करनी पड़ेगी। जिसमें वह अपनी पूरी जानकारी देंगे। इसके बाद जन्मतिथि, जन्म का समय, कद, रंग, व्यवसाय, शैक्षणिक योग्यता, आय, सालाना कमाई और पूरे परिवार की जानकारी भरनी होगी। फिर पंजीकरण हो जाएगा और एक आइडी बनेगी। आवेदन के लिए युवती की उम्र 18 साल और युवक की उम्र 21 साल होनी चाहिए।
चुनावी शिगुफा हकीकत में बदला
गौरतलब है कि 2014 विधान सभा चुनाव में एक जनसभा के दौरान एक भाजपा नेता ने हरियाणा के कुंवारे युवाओं के लिए यूपी बिहार से दुल्हनियां लाने की बात कही थी। तो उस समय इस बयान को सिर्फ चुनावी शिगूफा समझा गया था। लेकिन वास्तव में यह बयान हरियाणा में लड़कों की अपेक्षा लड़कियों के घटते लिंगानुपात के प्रति चिंता से भरा था। लेकिन अब इस पर सरकारी कदम बढ़ गए हैं। लिंगानुपात में अंतर होने के कारण सक्रिय दलाल हरियाणा में बड़ी तादाद में असम, बिहार उड़ीसा और बंगाल से युवतियों को लाकर विवाह कराते हैं।