दुष्कर्म व हनीट्रेप में नया मोड़
पहला मामला है एक स्कूल मालिक और तहसीलदार पर दुष्कर्म के आरोप के बाद हनीट्रेप में महिला के गिरफ्तार होने का। सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी स्कूल मालिक अजय भाटिया ने महिला टीचर के खिलाफ केस दर्ज करवाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। वहीं महिला ने प्रताप पब्लिक स्कूल के संचालक अजय भाटिया और तहसीलदार राजबख्श के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। दोनों मामलों की जांच के लिए अलग-अलग एसआईटी की टीमों का गठन किया गया था। इसी दौरान तीसरा मामला हनी ट्रैप का दर्ज हुआ है, जिसमें महिला को सात लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया। जेल से जमानत पर आने के बाद महिला ने विधायक धर्मपाल गोंदर के बेटे शिव गोंदर पर साजिश रचकर ट्रैप कराने का आरोप लगाया है। साथ ही इस संबंध में कई आडियो जारी किये हैं।
करनाल पुलिस की किरकिरी
इस मामले में करनाल पुलिस की खासी किरकिरी हो रही है। एसआईटी की जांच में देरी के आरोपों से पुलिस घिरी हुई है। इस बीच महिला को हनीट्रेप में गिरफ्तार कर पुलिस विवादों में फंस गई। शहर के सामाजिक और स्वयंसेवी संगठन पुलिस के खिलाफ बांहे चढ़ा रहे हैं। पुलिस पर आरोप है कि महिला के विरूद्ध तो कार्रवाई की गई किन्तु उसके द्वारा दुष्कर्म के आरोपों की जांच नहीं की गई। महिला को गिरफ्तार होने के कई दिनों बाद जमानत मिल गई। यह मामला पिछले करीब एक महीने से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। पुलिस की चहुंओर आलोचना हो रही है। पुलिस पर राजनीतिक और धन के बदले महिला के खिलाफ कार्रवाई के आरोप लग रहे हैं। तीनों मामलों की जांच अब नई एसआईटी की टीमें करेंगी।
हनीट्रेप आरोपी कोरोना संक्रमित महिला फरार
दूसरे संवेनदशील हनी ट्रैप मामले की आरोपित कोरोना पॉजिटिव महिला कल्पना चावला राजकीय मेडिकल अस्पताल से फरार हो गई। संक्रमित होने के बाद उसे जिला जेल से अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। महिला के फरार होने के मामले में दो महिला कांस्टेबल की लापरवाही सामने आई है। दोनों कांस्टेबल कविता व रजनी पर ड्यूटी में कोताही बरतने का केस दर्ज किया है। दूसरी ओर इस मामले से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। चार सितंबर को पानीपत के बिझौल गांव निवासी महिला को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इसी दिन दोपहर करीब तीन बजे वह अस्पताल से फरार हो गई। उसकी सुरक्षा के मुद्देनजर दो महिला कांस्टेबल भी तैनात की गईं थी। वह अस्पताल के स्टाफ व सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गई। महिला कांस्टेबल ने आरोपित को कमरे में देखा तो वह नदारद थी। उन्होंने इसकी सूचना मेडिकल स्टाफ को दी।
पुलिस की छापेमारी
हनी ट्रैप में नामजद होने के साथ-साथ यह महिला कोरोना से भी संक्रमित थी। लिहाजा पुलिस की चिता बढ़ी हुई है क्योंकि यह महिला दूसरों को भी संक्रमित कर सकती है। महिला की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित कर रवाना कर दी गई, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है। महिला के संभावित ठिकानों पर पुलिस छामपारी कर रही है।
हनीट्रेप में हुई थी गिरफ्तार
बिझौल गांव निवासी आरोपित कोरोना संक्रमित महिला ने आरोप लगाया था कि सनौली थाना पुलिस के हवलदार और इसी क्षेत्र के दो दुकानदारों ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर बुलाया और सनौली में उसके साथ दुष्कर्म किया। सनौली थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया था। हालांकि आरोपितों को नहीं पकड़ा। इस बीच, महिला ने आरोपितों से समझौते की एवज में रुपये मांगने शुरू कर दिए। केस वापस लेने के लिए 30 लाख रुपये की डिमांड की थी। आरोपित महिला को पुलिस जांच में गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद उसे जेल लाया गया। जहां से यह ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गई।