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हरियाणा सीएम के भिंडरावाले की तस्वीर के मुद्ये पर दाचर गुरूद्वारा न जाने से नाराज सिखों ने सिख विधायक को घेरा

locationकरनालPublished: Oct 02, 2018 09:41:24 pm

नाराज सिखों ने विर्क को काले झंडे और जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर दिखाई…

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(चंडीगढ/करनाल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा करनाल जिले के गुरूद्वारा दाचर में खालिस्तानी उग्रवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर लगे होने के कारण अपना गुरूद्वारा जाने का कार्यक्रम ऐन वक्त पर रद्द करने से नाराज सिखों ने मंगलवार को भाजपा के असंध से सिख विधायक बख्शीश सिंह विर्क का घेराव किया। नाराज सिखों ने विर्क को काले झंडे और जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर दिखाई।


नाराज सिंखों ने विर्क के सामने यह प्रदर्शन तब किया, जबकि वे करनाल जिले के सिंघरा गांव स्थित गुरूद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे। कुछ सिखों ने विर्क की कार रोकने का प्रयास भी किया। हालांकि विर्क इससे पहले स्वयं दाचर गांव के राज करेगा खालसा गुरूद्वारा पहुंचे और मुख्यमंत्री द्वारा चार दिन पहले अपना गुरूद्वारा आने का कार्यक्रम रद्द करने के फैसले की कडी निंदा की। विर्क ने मुख्यमंत्री के इस फैसले के लिए सिख जमात से माफी मांगी और कहा कि वे जमात के साथ हैं। विर्क ने कहा कि उनके लिए सिख समाज पहले है।

 

उन्होंने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री को इस गुरूद्वारे में लेकर आएंगे। विर्क ने सिख श्रद्धालुओ को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस मौके पर करनाल के डेरा कार सेवा के सुखा सिंह और दाचर गुरूद्वारा के मुख्य सेवादार गुरमीत सिंह मौजूद थे।

 

इसी दौरान कुछ श्रद्धालुओं ने विर्क से विधानसभा से इस्तीफा देने और उनके विरोध में शामिल होने की मांग की। इस मांग पर विर्क ने कहा कि वे मुख्यमंत्री को दाचर गुरूद्वारा लेकर आएंगे। उन्हें कुछ समय दिया जाए। विर्क ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से गुरूद्वारा आने का अनुरोध करूंगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले शुक्रवार को कुरूक्षेत्र के 48 कोस क्षेत्र में स्थित 13 महाभारतकालीन तीर्थों का दौरा किया था। इस दौरे के तहत उन्हें दाचर स्थित राज करेगा खालसा गुरूद्वारा भी जाना था।


लेकिन उन्होंने जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर लगे होने की दलील देते हुए गुरूद्वारा जाना रद्य कर दिया था। इसके विरोध में सिख श्रद्धालुओं ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे और एक फायर ब्रिगेड गाडी को तोडफोड दिया था। इस घटना के सिलसिले में निसिंग पुलिस ने करीब सौ श्रद्धालुओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दाचर गुरूद्वारा न जाने के अपने फैसले पर शनिवार को स्पष्ट किया था कि गुरूद्वारे से भिंडरावाले की तस्वीर न हटाए जाने पर उन्होंने यह कदम तय किया था। बाद में कई गांवों के सिखों ने इस कदम के लिए मुख्यमंत्री से माफी मांगने की मांग की थी। उन्होंने इसके विरोध में भाजपा,उसके विधायकों,मंत्रियों ओर मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों का विरोध करने
की घोषणा की थी।

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