सीआईए इंचार्ज विरेन्द्र सिंह खर्ब ने बताया कि प्रवर पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी के दिशा निर्देशन पर सीआईए को सूर्यवीर हिरासत में लेने की बड़ी कामयाबी मिली हैं। इंचार्ज ने बताया कि सूर्यवीर पर दिल्ली, पंजाब व हरियाणा में हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, डकैती, आम्र्ज एक्ट जैसे संगीन 11 आपराधिक मामलें दर्ज हैं। वहीं जींद में हत्या के मामले में सूर्यवीर को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। जींद जेल में जान को खतरा बताकर सूर्यवीर ने अपनी जेल भौंडसी बदलवा ली। वहीं 2014 में चार सप्ताह की पेरोल लेकर सूर्यवीर जेल से बाहर आया और वापिस जेल नहीं गया क्योंकि उसके मन में टीस थी कि वह अपने साथी सहदेव की हत्या का विजय से बदला लेगा। सूर्यवीर जेल से फरार चल रहा था और तभी किसी मामलें में 28 मार्च 2019 को उसकी मोहाली पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ हुई और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस द्वारा पहचान पूछे जाने पर उसने अपना नाम सूर्यवीर की जगह सुखदीप उर्फ दीप हाल पंजाब निवासी बताया। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाही की और इस प्रकार सूर्यवीर अपना नाम व पहचान बदलकर पटियाला जेल में बंद था। पहचान बदलने के कारण वह न तो किसी की पहचान में आया और पुलिस का इनामी बदमाश बना रहा। वहीं जींद पुलिस लगातार उसकी तलाश में लगी हुई थी। सूचना मिलते ही एसएसपी के निर्देशन में सीआईए जींद उसे प्रोडक्शन वारंट पर पटियाला से बुधवार जींद लेकर आई और अदालत में पेश कर 1 रिमांड के रिमांड पर लिया ताकि पेरोल जंप करने के बाद उसने और किन किन वारदातों को कहां कहां अंजाम दिया हैं।